बी ए - एम ए >> फास्टर नोट्स-2018 बी. ए. प्रथम वर्ष शिक्षाशास्त्र प्रथम प्रश्नपत्र फास्टर नोट्स-2018 बी. ए. प्रथम वर्ष शिक्षाशास्त्र प्रथम प्रश्नपत्रयूनिवर्सिटी फास्टर नोट्स
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बी. ए. प्रथम वर्ष (सेमेस्टर-1) शिक्षाशास्त्र के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार हिन्दी माध्यम में सहायक-प्रश्नोत्तर
प्रश्न- राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद के संगठन का वर्णन करते हुए उसके कार्यों का उल्लेख कीजिए।
अथवा
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् पर टिपणी लिखिए।
उत्तर-
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद के संगठन
(Organisation of NCERT)
शिक्षा मन्त्रालय द्वारा इस परिषद की स्थापना 31 अगस्त, 1951 में की गयी थी। इस समय अनेक केन्द्रीय संस्थान स्थापित किये गये थे जिन्हें 1960 में एक संस्था के रूप में सम्मिलित कर 'राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान' (National Institute of Education) के नाम से गठित कर दिया गया था। कालान्तर में इस संस्थान को एक स्वतन्त्र संगठन 'राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद' (National Council of Educational Research and Training) के अन्तर्गत रखने का विचार किया गया और 1961 में उक्त संस्था को गठित कर दिया गया जो आज शैक्षणिक दृष्टि से अनेक कार्य सम्पन्न कर रही है। इस परिषद का अपदेन अध्यक्ष केन्द्रीय शिक्षा मन्त्री तथा भारत सरकार का शिक्षा परामर्शदाता अपदेन उपाध्यक्ष होता है। इसके अतिरिक्त इस परिषद में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग का चेयरमैन, प्रत्येक राज्य सरकार का एक-एक प्रतिनिधि तथा भारत सरकार द्वारा मनोनीत बारह सदस्य भी होते हैं जो परिषद के प्रमुख व्यक्तियों के रूप में कार्य करते हैं। इस परिषद के निम्नलिखित विभाग वर्तमान में कार्य कर रहे हैं -
(1) शिक्षा-प्रशासन विभाग (एजूकेशनल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेण्ट),
(2) शिक्षक शिक्षा विभाग (टीचर एजूकेशनल डिपार्टमेण्ट),
(3) विज्ञान शिक्षण विभाग (साइन्स टीचिंग डिपार्टमेण्ट).
(4) मनोवैज्ञानिक फाउण्डेशन विभाग (साइकोलॉजिकल फाउण्डेशन डिपार्टमेण्ट).
(5) सामाजिक,, दार्शनिक तथा तुलनात्मक शिक्षा विभाग (सोशल, फिलोसोफिकल एण्ड कम्परेटिव एजूकेशन डिपार्टमेण्ट).
(6) श्रव्य-दृश्य शिक्षा विभाग (ऑडियो - विजुअल एजूकेशन डिपार्टमेण्ट),
(7) पाठ्यक्रम, शिक्षण, विधियाँ एवं पाठ्य-पुस्तक विभाग (करक्यूलम मैथड्स एण्ड टेक्स्ट- बुक्स डिपार्टमेण्ट).
(8) माध्यमिक शिक्षा के लिए विस्तार कार्यक्रमों का संचनालय (डेसी-डायरेक्टोरेट ऑफ एक्सटेंशन प्रोग्राम्स फॉर सेकेण्डरी एजूकेशन),
(9) बुनियादी व प्रारम्भिक शिक्षा विभाग (बेसिक एण्ड एलीमेण्टरी एजूकेशन डिपार्टमेण्ट).
(10) आधारभूत शिक्षा विभाग (फण्डामेण्टल एजूकेशन डिपार्टमेण्ट)
(11) व्यावसायिक शिक्षा (वोकेशनल एजूकेशन)।
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद के कार्य
(Functional of N.C.E.R. T)
(1) शिक्षा के प्रत्येक स्तर पर अनुसन्धान को प्रोत्साहित करना तथा अनुसन्धान की दृष्टि से प्रत्येक स्तर पर समन्वय स्थापित करना।
(2) राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान स्थापित करके 'नका संचालन करना।
(3) शैक्षिक प्रसार सेवाओं को संगठित करना।
(4) शैक्षिक अनुसन्धानात्मक प्रशिक्षण से सम्बन्धित तथा अन्य सूचनाओं का प्रचार व प्रसार करना।
(5) शिक्षा के क्षेत्र में सम्पूर्ण देश से आँकड़े एकत्रित करना तथा उनका शोध करने एव सुधार लाने में प्रयोग करना।
(6) शैक्षिक साहित्य का प्रकाशन करना।
(7) शिक्षा में उच्च स्तर के शिक्षकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था करना।
(8) सम्पूर्ण राष्ट्र में महत्वपूर्ण स्थानों पर क्षेत्रीय संस्थाएँ (रीजनल इन्स्टीट्यूट्स) स्थापित करना।
(9) शिक्षा की समस्याओं तथा शिक्षा के विकास हेतु आवश्यक परामर्श देना।
(10) शिक्षा के प्रत्येक स्तर पर व्याप्त अपव्यय तथा अवरोधन को दूर करना।
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- प्रश्न- वैदिक काल में गुरुओं के शिष्यों के प्रति उत्तरदायित्वों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वैदिककालीन शिक्षा में गुरु-शिष्य के परस्पर सम्बन्धों का विवेचनात्मक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वैदिक शिक्षा व्यवस्था की प्रमुख विशेषताओं की विवेचना कीजिए। वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में सुधार हेतु यह किस सीमा तक प्रासंगिक है?
- प्रश्न- वैदिक शिक्षा की मुख्य विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्राचीन भारतीय शिक्षा के कम से कम पाँच महत्त्वपूर्ण आदर्शों का उल्लेख कीजिए और आधुनिक भारतीय शिक्षा के लिए उनकी उपयोगिता बताइए।
- प्रश्न- वैदिककालीन शिक्षा के मुख्य उद्देश्य एवं आदर्श क्या थे? वैदिक काल में प्रचलित शिक्षा के मुख्य गुण एवं दोष बताइए।
- प्रश्न- वैदिककालीन शिक्षा के मुख्य उद्देश्य क्या थे?
- प्रश्न- वैदिककालीन शिक्षा के प्रमुख गुण बताइए।
- प्रश्न- प्राचीन काल में शिक्षा से क्या अभिप्राय था? शिक्षा के मुख्य उद्देश्य एवं आदर्श क्या थे?
- प्रश्न- वैदिककालीन उच्च शिक्षा का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्राचीन भारतीय शिक्षा में प्रचलित समावर्तन और उपनयन संस्कारों का अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- वैदिककालीन शिक्षा का मुख्य उद्देश्य ज्ञान का विकास तथा आध्यात्मिक उन्नति करना था। स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- आधुनिक काल में प्राचीन वैदिककालीन शिक्षा के महत्त्व को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- वैदिक शिक्षा में कक्षा नायकीय प्रणाली के महत्व की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- वैदिक कालीन शिक्षा पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- शिक्षा से आप क्या समझते हैं? शिक्षा के विभिन्न सम्प्रत्ययों का उल्लेख करते हुए उसके वास्तविक सम्प्रत्यय को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा का अर्थ लिखिए।
- प्रश्न- शिक्षा से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- शिक्षा के दार्शनिक सम्प्रत्यय की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के समाजशास्त्रीय सम्प्रत्यय की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के राजनीतिक सम्प्रत्यय की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के आर्थिक सम्प्रत्यय की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के मनोवैज्ञानिक सम्प्रत्यय की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के वास्तविक सम्प्रत्यय को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- क्या मापन एवं मूल्यांकन शिक्षा का अंग है?
- प्रश्न- शिक्षा को परिभाषित कीजिए। आपको जो अब तक ज्ञात परिभाषाएँ हैं उनमें से कौन-सी आपकी राय में सर्वाधिक स्वीकार्य है और क्यों?
- प्रश्न- शिक्षा से तुम क्या समझते हो? शिक्षा की परिभाषाएँ लिखिए तथा उसकी विशेषताएँ बताइए।
- प्रश्न- शिक्षा का संकीर्ण तथा विस्तृत अर्थ बताइए तथा स्पष्ट कीजिए कि शिक्षा क्या है?
- प्रश्न- शिक्षा का 'शाब्दिक अर्थ बताइए।
- प्रश्न- शिक्षा का अर्थ स्पष्ट करते हुए इसकी अपने शब्दों में परिभाषा दीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- शिक्षा को परिभाषित कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा की दो परिभाषाएँ लिखिए।
- प्रश्न- शिक्षा की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- आपके अनुसार शिक्षा की सर्वाधिक स्वीकार्य परिभाषा कौन-सी है और क्यों?
- प्रश्न- 'शिक्षा एक त्रिमुखी प्रक्रिया है।' जॉन डीवी के इस कथन से आप कहाँ तक सहमत हैं?
- प्रश्न- 'शिक्षा भावी जीवन की तैयारी मात्र नहीं है, वरन् जीवन-यापन की प्रक्रिया है। जॉन डीवी के इस कथन को उदाहरणों से स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के क्षेत्र का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा विज्ञान है या कला या दोनों? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा की प्रकृति की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के व्यापक व संकुचित अर्थ को स्पष्ट कीजिए तथा शिक्षा के व्यापक व संकुचित अर्थ में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा और साक्षरता पर संक्षिप्त टिप्पणी दीजिए। इन दोनों में अन्तर व सम्बन्ध स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षण और प्रशिक्षण के बारे में प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- विद्या, ज्ञान, शिक्षण प्रशिक्षण बनाम शिक्षा पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- विद्या और ज्ञान में अन्तर समझाइए।
- प्रश्न- शिक्षा और प्रशिक्षण के अन्तर को स्पष्ट कीजिए।