बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षण बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- सामाजिक विज्ञान के वर्तमान पाठ्यक्रम की किन्हीं तीन दोषों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर -
सामाजिक विज्ञान में वर्तमान पाठ्यक्रम के दोष
(Defects of Present Curriculum in Social Science)
सामाजिक विज्ञान के पाठ्यक्रम के दोष इस प्रकार हैं -
(1) अनुसंधान का अभाव (Lack of Research) - वर्तमान पाठ्य-पुस्तकें नई-नई खोजों तथा अनुसंधानों के आधार पर नहीं लिखी गयी हैं। इनमें वास्तविक क्रियाओं तथा अनुभवों एवं सामाजिक समस्याओं को कोई स्थान नहीं दिया गया है। दूसरी ओर यह देखा गया है, प्रचलित पाठ्य-पुस्तकों की भाषा शैली बहुत ही नीरस होती है। ऐसी विषय-सामग्री को पढ़ने में तथ्यात्मक ज्ञान तो अवश्य मिल जाता है परन्तु वे ज्ञान के व्यावहारिक पक्ष से बिल्कुल वंचित रह जाते हैं।
(2) पुरोगामिता का अभाव (Lack of Initiative) - वर्तमान पाठ्य-पुस्तकें शिक्षा के क्षेत्र में परिपक्वता (Rigidity) तथा एकरूपता (Uniformity) को प्रोत्साहित करती हैं। इसके चिंतन, मनन, तथा-तक आदि शक्तियों की अपेक्षा केवल रटन-शक्ति (Memory) को प्रोत्साहन अवश्य मिलता है परन्तु बालक तथा शिक्षक दोनों की पुरोगामिता का विकास नहीं होता है।
(3) किशोर अवस्था की आवश्यकताओं का अभाव (Lack of Adolescent Needs) - हमारी शिक्षण-पद्धति दीर्घकाल से शिक्षक-केंद्रित (Teacher-centred) रही है। अतः सामाजिक विज्ञान की पाठ्य-पुस्तकों में किशोर अवस्था की रुचियों, प्रवृत्तियों तथा आवश्यकताओं की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। मनोवैज्ञानिक दृष्टि से यह अत्यन्त निन्दनीय स्थिति है।
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