बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षण बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- सामाजिक अध्ययन का पाठ्यक्रम व्यापक अवश्य होना चाहिए किन्तु सूचनाओं के बोझ से लदा हुआ नहीं। स्पष्ट कीजिए।
उत्तर -
सामाजिक अध्ययन, अर्न्तगत विभिन्न विषयों तथा उनके सम्बन्धित क्षेत्रों का सम्बन्ध होता है अतः इसका पाठ्यक्रम अत्यन्त व्यापक होना स्वाभाविक है। किन्तु पाठ्यक्रम का निर्माण करते समय इस बात का ध्यान में रखना चाहिए कि वह सूचनाओं के बोझ से लदा हुआ न हो। उसमें ऐसे प्रकरणों को चुना जाना चाहिए, जो छात्रों की योग्यताओं, क्षमताओं तथा आवश्यकताओं के अनुरूप हों।
सामाजिक अध्ययन के पाठ्यक्रम का संगठन करते समय निम्नलिखित आवश्यकताओं की ध्यान में रखना चाहिए -
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पाठ्यक्रम का निर्माण करते समय बालक, व्यक्ति तथा समाज की बुनियादी आवश्यकताओं को ध्यान में रखना चाहिए।
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पाठ्यक्रम की सामयिक भौतिक वातावरण से सम्बन्धित होनी चाहिए।
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सामाजिक अध्ययन की विषय-वस्तु ऐसी हो जो हमारे पारिवारिक तथा सामाजिक जीवन के लिए उपयोगी हो।
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आज अधिक युग की देन के कारण पाठ्यक्रम में व्यवसाय, कृषि, उद्योग, लेन-देन इत्यादि विषयों को भी स्थान दिया जाना चाहिए।
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बालकों को श्रेष्ठ नागरिक बनाने के लिए नागरिक एवं राजनीतिक जागरूकता से सम्बन्धित विषय-वस्तु को पाठ्यक्रम में अवश्य सम्मिलित किया जाना चाहिए।
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देश के भौगोलिक पर्यावरण की समुचित जानकारी उपलब्ध हो सके इसके लिए भौगोलिक तथ्यों को पाठ्यक्रम में समावेश किया जाना चाहिए।
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हमारे ऐतिहासिक विरासत तथा सांस्कृतिक परम्परा को जीवन्त बनाकर रखने के लिए ऐतिहासिक तथ्यों, राष्ट्रीय आन्दोलनें तथा ऐतिहासिक धरोहरों, घटनाओं तथा राजाओं और उनके शासन से सम्बन्धित जानकारी को पाठ्यक्रम में स्थान दिया जाना चाहिए।
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