बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षण बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर
अध्याय 8 - क्रियात्मक अनुसंधान
(Action Research)
प्रश्न- अनुसंधान का अर्थ एवं परिभाषा बताते हुए इसके प्रकारों का उल्लेख कीजिए। अनुसंधान में क्रियात्मक अनुसंधान का विस्तृत वर्णन कीजिए।
अथवा
अनुसंधान से आप क्या समझते हैं? इसके प्रकारों को बताते हुए क्रियात्मक अनुसंधान का विवरण दीजिए।
संबंधित लघु उत्तरीय प्रश्न
- अनुसंधान का क्या अर्थ है? स्पष्ट कीजिए।
- अनुसंधान के प्रकारों को बताइए।
- क्रियात्मक अनुसंधान से आप क्या समझते हैं? इसके गुण-दोष बताइए।
- ऐक्शन रिसर्च पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर -
अनुसंधान का अर्थ एवं परिभाषा
Meaning and Definition of Research
अनुसंधान का शाब्दिक अर्थ है लक्ष्य का अनुसरण होना या उसके पीछे-पीछे चलना जब तक कि अपेक्षित उत्तर न मिल सके, ऐसा ही अर्थ इसके अंग्रेजी शब्द के सन्दर्भ होता है - Research (Re-Again..., Search-Explore) अतः इसका तात्पर्य हुआ - 'बार-बार खोजबीन'। अनुसंधान एक सृजनात्मक प्रक्रिया है, जिसके द्वारा समस्याओं का समाधान करके ज्ञान में वृद्धि की जाती है। वस्तुतः ज्ञान-बृद्धि की प्रक्रिया ही अनुसंधान है। सभी प्रकार के अनुसंधान समस्या केन्द्रित होते हैं। शिक्षण तथा व्यवहार के विकास की समस्याओं का समाधान शैक्षिक अनुसंधान द्वारा किया जाता है। 'अनुसंधान' शब्द की निष्पक्ष परिभाषा निकालने के लिए कुछ विद्वानों द्वारा दी गई निम्नलिखित परिभाषाओं पर विचार करना होगा।
जॉन डब्ल्यू. बेस्ट (John W. Best) के अनुसार - "अनुसंधान अधिक औपचारिक, व्यवस्थित तथा गहन प्रक्रिया है जिसमें वैज्ञानिक विधि विश्लेषण को प्रयुक्त किया जाता है, अनुसंधान में व्यवस्थित स्वरूप को सम्मिलित किया जाता है जिससे फलस्वरूप निष्कर्ष प्राप्त किये जाते हैं और उनका औपचारिक आलेख तैयार किया जाता है।"
डब्ल्यू. एस. मुनरो (W. S. Munroe) के अनुसार - "अनुसंधान की परिभाषा समस्या समाधान के अध्ययन विधि के रूप में किया जाता है जिसके समाधान आंशिक ज्ञान पूर्ण रूप से तथ्यों एवं प्रमाणों पर आधारित होते हैं, शोध कार्यों में तथ्य-तथ्य, विचारों, ऐतिहासिक तथ्यों एवं सिद्धान्तों पर आधारित होते हैं, प्रत्येक प्रयोगों तथा परिघटनाओं की सहायता से परीक्षण किये जाते हैं, शैक्षिक अनुसंधान का अन्तिम लक्ष्य यह होता है कि सिद्धान्तों को शैक्षिक क्षेत्र में प्रत्यक्ष अनुभवों में, प्रवक्ता को स्वतन्त्र रूप व्यवस्था करता है शोध कार्य हेतु, अजूबे एवं एक प्रभावशाली आवश्यकता है।"
पी. एम. कुक (P. M. Cook) के अनुसार - "अनुसंधान किसी समस्या को ऐसी ईमानदारी एवं व्यापक रूप में समझाने को कहते हैं की गई खोज है, जिसमें तथ्य, सिद्धान्त, निष्कर्षों तथा अर्थों की जानकारी की जाती है, अनुसंधान की उपलब्धि तथा निष्कर्ष प्रमाणिक तथा पुष्टि योग्य होते हैं, जिससे ज्ञान में वृद्धि होती है।"
एल. वी. रेडमेन तथा अन्य (L. V. Redman and other) ने 'रॉमांस ऑफ रिसर्च' में परिभाषा देते हुए लिखा है कि - "अनुसंधान नवीन ज्ञान प्राप्त करने के लिए एक व्यवस्थित प्रयास है।"
एम. एम. ट्रेवर्स (M.M. Travers) के अनुसार - "शैक्षिक अनुसंधान वह प्रक्रिया है जो शैक्षिक परिस्थितियों में एक व्यवहार सम्बन्धी विज्ञान के विकास की ओर अग्रसर होती है।"
सी. सी. क्राफोर्ड (C. C. Crawford) के अनुसार - "अनुसंधान किसी समस्या के अच्छे समाधान के लिए क्रमबद्ध तथा विश्वसनीय चिन्तन एवं विशिष्ट उपकरणों के प्रयोग की एक प्रक्रिया है।"
सामाजिक विज्ञान के ज्ञानकोश (Encyclopedia of Social Sciences) के अनुसार - "अनुसंधान वस्तुओं, प्रवृत्तियों तथा संक्रियाओं आदि की कुशलतापूर्वक व्याख्या करता है, जिसका उद्देश्य सामान्यीकरण तथा विज्ञान का विकास परिशोधन अथवा सत्यापन होता है, चाहे वह ज्ञान व्यवहार में सहायक हो अथवा न हो।"
उपरोक्त दी गई परिभाषाओं के आधार पर यह कहा जा सकता है कि "अनुसंधान वह क्रमबद्ध वैज्ञानिक प्रक्रिया है, जिसमें विशिष्ट उपकरणों के प्रयोग द्वारा वर्तमान ज्ञान का परिशोधन, उसके विकास अथवा किसी नये तथ्य की खोज द्वारा ज्ञानकोश में वृद्धि की जाती है।"
अनुसंधान Reaserch |
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सामाजिक अनुसंधान Social Reaserch |
मनोवैज्ञानिक अनुसंधान Psychological Reaserch |
शैक्षिक अनुसंधान Educational Reaserch |
शैक्षिक अनुसंधान दो प्रकार के होते हैं -
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मौलिक अनुसंधान (Fundamental Research)
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क्रियात्मक अनुसंधान (Action Research)
क्रियात्मक अनुसंधान का अर्थ एवं परिभाषा
(Meaning and Definition of Action Research)
क्रियात्मक अनुसंधान एक व्यापक तथा मिश्रित शब्द है। यह एक नवीन संकल्पना है। कुमार, चन्द्र एवं कपूर ने इसका विश्लेषण निम्न प्रकार से किया है -
Action Research = Action + Research
Research = Re + Search
Action = Act + on
क्रियात्मक अनुसंधान, दो शब्दों में मिलकर बना है - 1. क्रियात्मक (Action) तथा 2. अनुसंधान (Research)
रिसर्च शब्द भी दो शब्दों से मिलकर बना है - र (Re) + सर्च (Search) ऐक्शन शब्द भी उसी प्रकार 1. Act (एक्ट) तथा 2. On (ऑन) शब्दों से मिलकर बना है। क्रियात्मक अनुसंधान का शाब्दिक अर्थ क्रिया आधारित अनुसंधान अथवा अन्वेषण है।
क्रियात्मक अनुसंधान, शिक्षक, प्रधानाचार्य, प्रबन्धक, प्रशासन निदेशक निरीक्षक अथवा अन्य विद्यालयों के कर्मचारियों द्वारा विद्यालय की समस्याओं के समाधान के लिए किया जाता है। जिसका लक्ष्य विद्यालय की प्रगति तथा विकास करना होता है। यह कक्षा तथा विद्यालयों में प्रतिदिन उठने वाली समस्याओं का वैज्ञानिक विधि से समाधान खोजा जाता है, जिससे शिक्षण में वांछित सुधार लाया जाता है।
क्रियात्मक अनुसंधान विद्यालयों की कार्य-पद्धतियों में सुधार एवं विकास करने का सक्षम साधन है। इसके माध्यम से शिक्षक अपनी कक्षा तथा विद्यालय की समस्याएं सुलझाने का प्रयत्न करता है। आज शिक्षा के क्षेत्र में नये-नये अनुसंधान होते चले जा रहे हैं जिनका उद्देश्य शिक्षा को उत्तम बनाना है और शिक्षा सम्बन्धी विभिन्न समस्याओं को सुलझाना है। क्रियात्मक अनुसंधान शिक्षण में अनुसंधान की प्रक्रिया को गति प्रदान करता है।
क्रियात्मक अनुसंधान को व्यापक रूप से परिभाषित करने के लिए कुछ वैज्ञानिकों द्वारा दी गई निम्नलिखित परिभाषाओं का विश्लेषण करना आवश्यक है -
मैक ग्राथे (Mac Grathe) के अनुसार - "क्रियात्मक अनुसंधान व्यवस्थित खोज की क्रिया है जिसका उद्देश्य व्यक्ति या समूह क्रियाओं में रचनात्मक सुधार तथा विकास लाना है।"
रिसर्च इन एजुकेशन (Research in Education) के अनुसार - "क्रिया अनुसंधान वह अनुसंधान है, जो एक व्यक्ति अपने उद्देश्यों को अधिक उत्तम प्रकार से प्राप्त करने के लिए करता है।"
एस. एम. कोरी (S. M. Corey) के अनुसार - "क्रियात्मक अनुसंधान वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक अन्वेषक अपनी समस्याओं को निर्दिष्ट करने के लिए, ठीक करने के लिए तथा निर्णय एवं कार्य को मूल्यांकन करने के लिए वैज्ञानिक अध्ययन करता है।"
राष्ट्रीय मौलिक शिक्षा संस्थान (National Institute of Basic Education) के अनुसार - "क्रियात्मक अनुसंधान वह अनुसंधान है जिसका प्रयोग एक व्यक्ति उद्देश्यों को अधिक प्रभावशाली रूप से सम्पन्नता प्राप्त करने के लिए करता है, एक अध्यापक अपनी शिक्षा में सुधार के लिए करता है तथा एक विद्यालय का प्रबन्धक अपने प्रशासनात्मक व्यवहार के सफल संचालन के लिए करता है।"
सारा ब्लैक वेल (Sara Black Well) के अनुसार - "क्रियात्मक अनुसंधान विद्यालयों की समस्याओं से सम्बन्धित विद्यालय कार्यकर्ताओं द्वारा विद्यालय की कार्यक्रमों में सुधार लाने के लिए किया गया अनुसंधान है।"
कार्टर वी. गुड (Carter V. Good) के अनुसार - "क्रियात्मक अनुसंधान शिक्षकों, निरीक्षकों एवं प्रशासकों द्वारा अपने निर्णयों तथा कार्यों में गुणात्मक सुधार लाने के लिए किया जाने वाला अनुसंधान है।"
जार्ज मौली (G. Mouly, 1964) के अनुसार - "शिक्षक के समक्ष उपस्थित समस्याओं में अनेक समस्याएं तत्काल समाधान चाहती हैं। इसलिए तात्कालिक समस्या समाधान के उद्देश्य से घटनास्थल पर किया गया अनुसंधान ही क्रियात्मक अनुसंधान कहलाता है।"
जॉन डब्ल्यू. बेस्ट (J. W. Best) के अनुसार - "क्रियात्मक अनुसंधान का तात्कालिक उपयोग किया जाता है, इसके द्वारा सिद्धान्त का विकास नहीं किया जाता है, न ही इसका सामान्य उपयोग किया जाता है। इसमें यहाँ और अभी की समस्या को स्थानीय प्रकार की, के रूप में देखा जाता है। इसका परिणाम या निष्कर्ष स्थानीय अनुसंधान के रूप में किया जाता है, न कि सार्वभौमिक वैधता के रूप में।"
क्रियात्मक अनुसंधान के प्रकार
(Types of Action Research)
क्रियात्मक अनुसंधान को निम्नलिखित चार भागों में विभाजित किया जा सकता है -
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निदानात्मक क्रियात्मक अनुसंधान (Diagnostic Action Research) - इस प्रकार का शोध कार्य किसी समस्या अथवा परिस्थिति के कारण का विश्लेषण करता है।
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सहभागिता क्रियात्मक अनुसंधान (Participative Action Research) - इस प्रकार के अनुसंधान में सर्वेक्षण करने की प्रवृत्ति होती है, ताकि इसमें अधिक से अधिक विद्यार्थी भाग ले सकें।
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आनुभविक क्रियात्मक अनुसंधान (Empirical Action Research) - इस प्रकार के अनुसंधानात्मक कार्यों में ये बातें होती हैं -
(i) किए गये कार्यों का लेखा-जोखा रखना,
(ii) कार्यों के परिणाम का रिकार्ड रखना,
बाद में दोनों का समानांतर किया जाता है। -
प्रयोगात्मक क्रियात्मक अनुसंधान (Experimental Action Research) - इस प्रकार के शोध कार्यों में कुछ तत्वों नियंत्रण रखा जाता है। कुछ को मुक्त छोड़ दिया जाता है।
क्रियात्मक अनुसंधान के लाभ
(Advantages of Action Research)
क्रियात्मक अनुसंधान के निम्नलिखित लाभ हैं -
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स्थानीय तात्कालिक समस्याओं का त्वरित अध्ययन (At once study of Local Immediate Problems) - क्रियात्मक अनुसंधान में स्थानीय तात्कालिक समस्याओं का ही अध्ययन किया जाता है। स्थानीय तात्कालिक समस्याओं का इतना जल्दी अध्ययन किसी और अनुसंधान पद्धति द्वारा नहीं हो सकता है।
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घटना स्थल पर ही अध्ययन (Study at the Incidence Place) - क्रियात्मक अनुसंधान में किसी प्रयोगशाला आदि की आवश्यकता नहीं होती है। इसमें क्रियात्मक अनुसंधानकर्ता अध्ययन इकाईयों का अध्ययन घटना स्थल पर ही कर लेते हैं, दूसरी शब्दों में अध्ययन इकाईयों जहाँ रहती हैं, काम करती हैं या किसी उद्देश्य से एकत्रित होती हैं वहीं पर उनसे उनकी समस्या का सम्बन्ध भी ओत्क्ष है, एकदम उस समस्या का समाधान किया जाता है। अतः इस अध्ययन समाज की जीवन्ता या वास्तविक परिस्थितियों (Realistic Life Situations) में होता है। ऐसी परिस्थितियों में अध्ययन के कारण इस अध्ययन से विश्वसनीय परिणाम प्राप्त होते हैं।
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समस्या के मूल्यांकन में सहायक (Helpful in the Evaluation of Problem) - क्रियात्मक अनुसंधान के आधार पर अध्ययन समस्या का मूल्यांकन बहुत अच्छे ढंग से किया जाता है क्योंकि समस्या का अध्ययन वास्तविक परिस्थितियों में किया जाता है और कई बार अनुसंधानकर्ता एक समूह सहकारी निरीवेक्षक (Participant Observer) होता है।
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समस्या के नीति निर्माण में सहायक (Helpful in Policy Formation the Problem) - जब कोई क्रियात्मक अनुसंधानकर्ता किसी क्षेत्र विशेष के लोगों की तात्कालिक समस्या के सम्बन्ध में जनतांत्रिक मूल्यों के आधार पर नीति निर्माण करना चाहता है तो वह नीति निर्माण क्रियात्मक अनुसंधान के आधार पर कर सकता है।
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जनतांत्रिक मूल्यों के आधार पर समस्या सुधार (Problem Solution on the basis of Democratic Values) - क्रियात्मक अनुसंधान में अनुसंधानकर्ता प्रायः जनतांत्रिक मूल्यों को महत्व देता है। अतः जब वह समस्या से सम्बन्धित सुधार करता है तो सुधार में अधिक से अधिक सम्बन्धित लोग लाभान्वित होते हैं।
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समस्या का त्वरित समाधान (Immediate Solution of the Problem) - क्रियात्मक अनुसंधान की सहायता से स्थानीय तात्कालिक समस्याओं का त्वरित समाधान किया और कैसे होगा ज्ञात हो जाता है। अतः समस्याओं का अभिलेख बहुत जल्दी निराकरण और समाधान किया जा सकता है।
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लचीली अध्ययन पद्धति का लाभ (Advantage of Flexible Study System) - क्रियात्मक अनुसंधान एक प्रकार की लचीली शिक्षण पद्धति पर आधारित अनुसंधान प्रक्रिया है। इसके नियम बहुत अधिक कठोर नहीं हैं। इसमें स्थानीय तात्कालिक समस्याओं का अध्ययन बहुत सुविधाजनक ढंग से किया जा सकता है। तथापि अनुसंधान पद्धति का यह अर्थ नहीं है कि अनुसंधानकर्ता मनमाने ढंग से अध्ययन करता है। यह सच होते हुए भी अध्ययन में वैज्ञानिक दृष्टिकोण अवश्य अपनाना है, तात्कालिक का पूरा-पूरा ध्यान रखना है, जनतांत्रिक और मानवीय मूल्यों को भी महत्व देना है और अन्ततः वह वैज्ञानिक विधि के पद्धत को अनुसरण जहाँ तक सम्भव होता है करता है।
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विस्तृत क्षेत्र (Broad Area) - क्रियात्मक अनुसंधान का क्षेत्र यद्यपि स्थानीय स्तर पर तात्कालिक समस्याओं के अध्ययन तक ही सीमित है लेकिन इसका क्षेत्र बहुत व्यापक और विस्तृत इसलिए है कि इसके अन्तर्गत जनसामान्य में प्रचलन की सभी प्रकार की तात्कालिक स्थानीय समस्याओं का अध्ययन सम्भव है। इतना ही नहीं इसका सम्बन्ध न केवल समस्याओं के निराकरण, सुधार, समाधान और समस्याओं के सम्बन्ध में नीति निर्धारण तक विस्तृत है।
क्रियात्मक अनुसंधान के दोष
(Demerits of Action Research)
क्रियात्मक अनुसंधान के दोष निम्नलिखित हैं -
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क्रियात्मक अनुसंधान के लिए विद्यालयों में शिक्षकों के पास समयाभाव है।
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क्रियात्मक अनुसंधान की समस्या का क्षेत्र सीमित होता है।
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क्रियात्मक अनुसंधान में गुणवत्ता का अभाव पाया जाता है क्योंकि अधिकांश शिक्षकों, प्रधानाचार्य एवं निरीक्षकों को क्रियात्मक अनुसंधान का अनुभव नहीं होता है।
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विद्यालय की विशेष परिस्थितियों में एक विशेष समस्या क्रियात्मक अनुसंधान के आधार पर हल की जाती है, जिसके समाधान के परिणामों को दूसरे विद्यालयों में प्रयोग किया जाना सम्भव नहीं है।
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