बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षण बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- MOOCs से आप क्या समझते हैं ? इसके गुण, दोष व कमियों को दूर करने के उपाय बताइए?
उत्तर -
एक विशाल खुला ऑनलाइन पाठ्यक्रम (MOOCs) एक ऑनलाइन पाठ्यक्रम है जिसका उद्देश्य वेब के माध्यम से असमीमित भागीदारी और खुली पहुँच है। पारंपरिक पाठ्यक्रम सामग्री, जैसे फिल्माए गए व्याख्यान, वीडियो और समस्या सेट के अलावा, कई एम ओ ओ सी छात्रों, प्रोफेसरों और शिक्षण सहायकों के बीच सामूहिक वार्तालाप का समर्थन करने के लिए उपयोगकर्ता मंचों या सोशल मीडिया चर्चाओं के साथ इंटरैक्टिव पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं साथ ही क्विज़ फीडबैक और असेसमेंट के लिए तत्काल प्रतीक्रिया। दूरस्थ शिक्षा में एम ओ ओ सी व्यापक रूप में विकसित रूप में पहली बार 2008 में पेश किया गया था। 2012 से सीधा रूप एक लोकप्रिय विषय के रूप में उभरा। “MOOC, एक पोस्टर इन ‘नेगोशिएबल’ शीर्षक वाला पोस्टर “मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स” शब्दों के अर्थ की खोज करता है।
प्रारम्भिक MOOCs अक्सर संसाधनों के पुनः उपयोग और विभाजन करने के बढ़ावा देने के लिए सामग्री, संरचना और सीखने के लक्ष्यों की खुली लाइसेंसिंग यानी ओपन-एक्सेस सुविधाओं पर जोर देते हैं। कुछ बाद के एम ओ ओ सी भी छात्रों के लिए मुफ्त पहुँच बनाए रखते हुए अपनी पाठ्यक्रम सामग्री के लिए बंद लाइसेंस का उपयोग करते हैं।
MOOC (मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्सेस) के लाभ - ये लाभ इस प्रकार से हैं -
(1) MOOC वेब - आधारित मुक्त दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम हैं जो शिक्षा के क्षेत्र में भौगोलिक रूप से दूरस्थ क्षेत्रों के छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित करता है।
(2) यह उच्च शिक्षा, कार्यकर्मी शिक्षा और कर्मचारी विकास के लिए मुफ्त ऑनलाइन पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
(3) इस कार्यक्रम के जरिए दुनिया के किसी भी कोने में लोगों को इंटरनेट के द्वारा शिक्षा प्रदान की जाती है। दुनिया में उच्च शिक्षा के उज्जवल भविष्य के लिए MOOCs को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
(4) MOOCs विशेष तौर पर STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और चिकित्सा) क्षेत्र में ऐसे छात्रों के लिए उपयुक्त विकल्प बन गए हैं जो सीधे तौर पर विश्वविद्यालयों से शिक्षा प्राप्त करने में असमर्थ हैं।
दोष - MOOCs के दोष निम्न हैं -
(1) MOOCs के द्वारा तत्काल शंका का समाधान नहीं हो पाता है साथ ही पाठ्यक्रम को पूरा करने के लिए प्रेरणा नहीं मिलती है। इस कारणवश विद्यार्थी इसे बीच में ही छोड़ देते हैं।
(2) MOOCs पाठ्यक्रमों के लिए साइन अप करने वालों में से 90 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी पाठ्यक्रम पूरा नहीं करते हैं। इससे मॉडल की प्रभावकारिता पर सवाल उठता है।
(3) MOOCs की सबसे बड़ी कमी तकनीकी प्रशिक्षण के मामले में सामने आती है क्योंकि इसमें प्रयोगों द्वारा विषय को समझाने की विधि कारगर साबित नहीं होती है।
(4) पाठ्यक्रम पूरी तरह से मुफ्त उपलब्ध होने के कारण MOOCs को आर्थिक तौर पर भी सफल नहीं माना जा रहा है।
MOOCs की कमियों को दूर करने के उपाय - इसकी कमियों को निम्नलिखित तरीकों से दूर किया जा सकता है -
(1) MOOCs की प्रासंगिक बने रहने के लिए अपने स्वरूप को बदलने की आवश्यकता है।
(2) इसके अन्तर्गत भी 2 बी मॉडल को अपनाया जा सकता है जहाँ MOOCs को संचालित करने वाले अनुभवी छात्रों के कौशल विकास हेतु बड़े कॉर्पोरेट्स के साथ साझेदारी कर सकते हैं।
(3) इसे पूर्णतया मुफ्त उपलब्ध कराने के बजाय प्रीमियम मॉडल में उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
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