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बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षण बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- निबन्धात्मक परीक्षा के दोषों को दूर करने हेतु क्या सुझाव दिए जा सकते हैं ?
उत्तर -
सामाजिक विज्ञान के छात्रों की विभिन्न प्रकार की उपलब्धियों एवं निष्कर्ष का सम्यक मूल्यांकन करने हेतु विभिन्न प्रकार के मूल्यांकन उपकरण एवं परीक्षणों का प्रयोग किया जाता है जिनमें लिखित परीक्षा का प्रमुख स्थान होता है। लिखित परीक्षा में दो तरह के प्रश्न होते हैं- एक वस्तुनिष्ठ प्रश्न तथा दूसरे निबन्धात्मक प्रश्न। निबन्धात्मक प्रश्न छात्रों के ज्ञान, कौशल, अभिव्यक्तात्मक चिन्तन, विचार क्रम, कल्पना, डिजाइन इत्यादि का मूल्यांकन करते हैं।
निबन्धात्मक परीक्षाओं के जहाँ कुछ और कई गुण हैं वहीं दूसरी ओर इनमें कई दोष भी पाए जाते हैं। निबन्धात्मक परीक्षाओं के दोषों को दूर करने हेतु निम्नलिखित प्रमुख सुझाव दिए जा सकते हैं -
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निबन्धात्मक परीक्षा हेतु प्रश्न सम्पूर्ण पाठ्यक्रम से बनाए जाने चाहिए ताकि सम्पूर्ण पाठ्यक्रम की परीक्षा ली जा सके।
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निबन्धात्मक प्रश्नों की भाषा सरल, स्पष्ट तथा सुसंगत होनी चाहिए।
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निबन्धात्मक प्रश्नपत्र को कुशल, अनुभवी एवं प्रशिक्षित अध्यापक द्वारा ही बनाया जाना चाहिए।
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निबन्धात्मक प्रश्नों के मूल्यांकन से पूर्व कुछ उत्तर-पुस्तिकाओं का प्रशिक्षित अध्यापक द्वारा आदर्श मूल्यांकन कर लिया जाना चाहिए जिससे मूल्यांकन के लिए एक मानक निर्धारित किया जा सके।
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निबन्धात्मक प्रश्नों का मूल्यांकन करते समय शिक्षक को निष्पक्ष होकर लेखन क्षमता, अभिव्यक्ति क्षमता, कल्पना तथा विचारों के स्तर को अद्यतन ध्यान में रखकर मूल्यांकन करना चाहिए।
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निबन्धात्मक प्रश्नों की रचना करते समय शिक्षण-अधिगम उद्देश्यों तथा विषय-वस्तु के उद्देश्यों को अद्यतन ध्यान में रखा जाना चाहिए।
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निबन्धात्मक प्रश्नों को हल करने के लिए सभी प्रश्नों को वैकल्प बना देना चाहिए।
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निबन्धात्मक प्रश्नों का मूल्यांकन अंकों के स्थान पर श्रेणी विधि से किया जाना चाहिए अर्थात अंक प्रदान करने के बजाय श्रेणी (Grading) प्रदान की जानी चाहिए।
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