बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षण बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
|
5 पाठक हैं |
बीएड सेमेस्टर-2 सामाजिक विज्ञान शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- मूल्यांकन परीक्षा से अच्छा है - कैसे? बताइए।
उत्तर -
मूल्यांकन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा छात्रों की उपलब्धियों के सम्बन्ध में निर्णय लिया जा सकता है। निर्णय लेने के लिए हमें उपलब्धि का स्तर ज्ञात होना अनिवार्य है। उपलब्धि को यह स्तर परीक्षा अर्थात् मापन के द्वारा ज्ञात किया जाता है। परीक्षा या मापन का सम्बन्ध योग्यताओं या गुण के परिमाण ज्ञात करने से है। जबकि मूल्यांकन का सम्बन्ध गुण की कितनी मात्रा है, से है। मूल्यांकन से स्पष्ट किसी योग्याता या गुण को ‘भला ज्ञान देने के बाद यह ज्ञात करने के लिए कि वह योग्याता या गुण सम्यक् माना जा है अथवा नहीं। अतः मूल्यांकन एवं परीक्षा अथवा मापन तथा मूल्य निर्धारण दोनों का समन्वय ही हमें उपयोगी दिशा दे सकता है। इस प्रकार से हम कह सकते हैं कि मूल्यांकन परीक्षा से कहीं अधिक श्रेष्ठ होता है। परीक्षा संख्यात्मक तथा गुणात्मक दोनों मापदण्डों पर आधारित होती है किंतु मूल्यांकन द्वारा यह निश्चित किया जाता है कि उपलब्धि में कोई योग्याता या गुण की संख्या के स्थान गुणात्मक मात्रा उपलब्ध है या नहीं। परीक्षा संख्यात्मक होती है जबकि मूल्यांकन पूर्णतः गुणात्मक तथा उसकी उपयुक्तता पर आधारित होती है। इस प्रकार से यह कहा जा सकता है कि परीक्षा मूल्यांकन का एक हिस्सा है। छात्रों के क्षमतागत एवं व्यवहारगत उपादेयता के विकास के लिए परीक्षा अनुपयुक्त है किंतु उसकी समग्रीक उपयोगिता के लिए मूल्यांकन उपयोगी है। मूल्यांकन के द्वारा छात्रों को योग्याता निर्देश एवं परामर्श दिया जा सकता है जो उनके विषय में सुधार लाने में सहायक सिद्ध हो सकता है।
|