बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- नाटक शिक्षण को रोचक बनाने हेतु आप क्या उपाय करेंगे?
अथवा
हिन्दी शिक्षण में नाटयीकरण पर प्रकाश डालिये।
उत्तर-
नाटक शिक्षण को रोचक बनाने के उपाय
नाटक शिक्षण को निम्न उपायों की सहायता से अधिक रोचक व प्रभावशाली बनाया जा सकता है-
1. नाटक शिक्षण को रोचक बनाने के लिए यह आवश्यक है कि पहले उसका मिश्रित विधि से शिक्षण किया जाए और उसके बाद स्तरीय मंचन का प्रबन्ध किया जाये।
2. छात्रों को हिन्दी नाटक साहित्य के इतिहास का परिचय कराया जाना चाहिए।
3. छात्रों को नाटक के लेखक के विषय में भी पर्याप्त जानकारी दी जानी चाहिए।
4. नाटकों की कथावस्तु, पात्र, चरित्र-चित्रण तथा उसके द्वारा दी जाने वाली शिक्षा का छात्रों को सम्यक् ज्ञान होना चाहिए।
5. छात्रों को नाटकों के क्षेत्र में सक्रिय सहभागिता के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।
6. संवादों के अभ्यास के लिये पर्याप्त रिहर्सल किया जाना चाहिए।
7. नाटकों के मंचन के लिए प्रदान की गई सामग्री, स्टेज, वस्त्र, आभूषण तथा ध्वनि प्रकाश व्यवस्था आधुनिक, आकर्षक व उच्चस्तरीय होनी चाहिए।
8. छात्रों को अभिनय आदि के प्रशिक्षण के लिए प्रतिष्ठित अभिनेताओं तथा विशेषज्ञों से साक्षात्कार कराया जाना चाहिए। यदि ऐसा सम्भव न तो वीडियो फिल्मों के माध्यम से इस दिशा में लाभप्रद प्रयत्न किये जा सकते हैं।
9. नाटक के विभिन्न पात्रों का अच्छा अभिनय करने वाले सभी छात्रों को पुरस्कृत किया जाना चाहिए।
10. नाटक में आधुनिक लोकतान्त्रिक मूल्यों - समानता, सहिष्णुता, धर्म निरपेक्षता, प्रेम, सद्भाव, परोपकार, भाई-चारे तथा सहयोग आदि मूल्यों की स्थापना करने का प्रयत्न किया जाना चाहिए।
11. छात्रों को नाटक के क्षेत्र में अच्छा कार्य करने पर इससे सम्बन्धित अच्छे भावी रोजगारों से परिचित कराया जाना चाहिए।
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