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बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2760
आईएसबीएन :0

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5 पाठक हैं

बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- किसी भी कक्षा को पढ़ाने के लिए एक कविता लिखिए और उसका पाठ संकेत तैयार कीजिए।

अथवा
कक्षा आठ में पद्य शिक्षण हेतु एक पाठ योजना की रचना कीजिए।
अथवा
कक्षा आठ के लिये एक कविता का चयन करते हुये उस पर पाठ योजना तैयार कीजिए।

अथवा
अपनी पसन्द की किसी कक्षा के लिये एक कविता का चयन करते हुये 35 मिनट की अवधि के एक पाठ योजना का निर्माण कीजिये।

उत्तर-

कविता (सूरदास के पद)

कह्यो कान्ह सुन जसुदा मइया।
अविगे दिन चार पाँच में हम हलधर दोऊ भइया।
मुरली वौन विषान हमारौ कहै अबेर सवेरो।
मति लै जाये चुराय राधिका कहै खिलौना मेरो।
जा दिन ते हम तुम सो बिसरे कोऊ कहै कन्हैया।
प्रात न कियो क्लेऊ कबहु साछ नहि दियो धैया।
कहा केहू कुछ कहत न आवे जननी सो दुख पाये।
कहिये कान्ह नन्द बाबा सो बहुत निठुर मन कीन्हो।
सूर हमहि पहुचाय मधुपुरी बहुरि न सीधो लीन्हो।

पाठ योजना

दिनांक............                                                कक्षा
विषय - हिन्दी (पद्य)                                     समय चक्र
प्रकरण - 'सूरदास के पद'                                 अवधि - 35 मिनट
विद्यालय................................................................

सामान्य उद्देश्य

1. छात्रों की हिन्दी के प्रति रुचि उत्पन्न करना।

2. छात्रों में उचित स्वर तथा भाव के अनुसार- काव्य पढ़ने की प्रवृत्ति का विकास करना।

3. छात्रों को उचित उच्चारण का अभ्यास कराना।

4. छात्रों को कवि की अनुभूतियों तथा भावनाओं से अवगत कराना।

5. छात्रों की रचनात्मक तथा सृजनात्मक शक्ति का विकास करना।

विशिष्ट उद्देश्य - छात्रों को सूरदास के भक्ति पद के अर्थ एवं भाव का ज्ञान कराना। पूर्वज्ञान - छात्रों को सूरदास के पदों के सम्बन्ध में ज्ञान है।

प्रस्तावना प्रश्न-

1. हिन्दी के कुछ भक्त कवियों के नाम बताइये? (सूरदास, तुलसीदास, कबीरदास)

2. भगवान श्री कृष्ण से सम्बन्धित अधिकांश पद किसने लिखे? (सूरदास)

3. सगुण रूप का कौन उपासक था? (समस्या)

उद्देश्य कथन - आज हम लोग सूर के पद शीर्षक का अध्ययन करेंगे।

प्रस्तुतीकरण

कह्यो ...................................लीन्हो।

आदर्श वाचन - छात्राध्यापक उचित आरोह-अवरोह के साथ उक्त पदों का आदर्श वाचन करेगा। सस्वर वाचन कक्षा के कुछ छात्रों के द्वारा सस्वर वाचन कराया जाएगा।

उच्चारण संशोधन - छात्रों के अशुद्ध उच्चारणों को छात्राध्यापक द्वारा शुद्ध उच्चारण का अभ्यास कराया जाएगा।

बोध प्रश्न-

1. श्री कृष्ण ने माता यशोदा को क्या संदेश भेजा? (हम दोनों भाई चार-पाँच दिन में आ जावेंगे।)

2. श्री कृष्ण को प्रात-काल क्या नहीं मिला? (कलेऊ) हैं (सुबह का नाश्ता)

3. श्री कृष्ण नन्द बाबा के लिए क्या संदेश भेज रहे हैं? (मन को बहुत ही निष्ठुर कर लिया है।)

व्याख्या-

शब्द अर्थ विधि प्रयोग
विषान सींग प्रयोग मुरलीवैन विषान हमारो कहै अवेर सवेरो
अविगे आएँगे विलोम जाएँगे
अवेर देर विलोम सवेर
जननी माता विलोम पिता
कलेऊ सुबह का नाश्ता प्रयोग प्रात- न कियो कलेव कबहु
सीधो याद विलोम भूलना (विस्मरण)

 

आदर्श वाचन - छात्राध्यापक उक्त अंश का उचित आरोह-अवरोह के साथ पुनर्वाचन करेगा।

पुनराहन्ति प्रश्न-

1. श्री कृष्ण क्या सन्देश भेज रहे हैं?
2. चार-पाँच दिन में कौन आ जाएगा?
3. श्री कृष्ण को शाम के समय क्या नहीं मिला?
4. श्री कृष्ण ने नन्द बाबा के लिए क्या कहा?
5. राधा किसके खिलौने चुरा ले जाती है?

अन्तिम संस्वर वाचन - छात्राध्यापक पुनः सम्पूर्ण पद का सस्वर वाचक करेगा।

गृहकार्य - समस्त छात्र प्रस्तुत पद को घर से लिखकर एवं याद करके लाएँगे।

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