बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- ध्वनि परिवर्तन के बाह्य कारणों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर-
ध्वनि परिवर्तन के आन्तरिक कारण
ध्वनि परिवर्तन के आन्तरिक कारणों में व्यक्ति की जैवकीय/ शारीरिक बनावट मनुष्य द्वारा सीखने के प्रयत्न में कमी या आलस्य, बोलने में शीघ्रता या आलस्य करना, बोलते समय अत्यधिक भावुक हो जाना, शब्दों का अत्यधिक क्लिष्ट या जटिल होना, बनावटी तरीके से बन बन कर बोलना, शारीरिक दुर्बलता या बीमारी, बोलने की अनिच्छा इत्यादि।
ध्वनि परिवर्तन के बाह्य कारण
परिवर्तन प्राकृतिक का नियम है इसी सार्वभौमिक सिद्धान्त के आधार पर भाषा में परिवर्तन होता है। भाषा का ध्वनि से सम्बन्ध होता है। ध्वनि में आन्तरिक कारणों से परिवर्तन होने के साथ-साथ बाह्य कारणों से भी परिवर्तन होते हैं।
ध्वनि में बाह्य कारणों से परिवर्तन में राजनीतिक, सामाजिक-सांस्कृतिक तथा भौगोलिक कारणों को सम्मिलित किया जाता है। इसमें मुख्य रूप से अशिक्षा, या दोषपूर्ण शिक्षा, सामाजिक प्रभाव, राजनीतिक विवशता, भौगोलिक स्थितियाँ, सांस्कृतिक प्रभाव, भाषा के विकसित होते स्वरूप का प्रभाव बाहरी प्रयुक्त यान्त्रिक उपकरण जैसे- माइक, सादृश्यता, एकता की प्रवृत्ति, विदेशी या किसी अन्य भाषा का प्रभाव स्थानीय भाषाओं का प्रभाव इत्यादि कारणों से ध्वनि में परिवर्तन पाए जाते हैं।
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