बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- वाक्य का अध्ययन कितने प्रकार से किया जाता है? इसकी प्रमुख विशेषताओं का भी उल्लेख कीजिए।
उत्तर-
वाक्य विज्ञान का अध्ययन तीन प्रकार से किया जाता है-
(1) ऐतिहासिक वाक्य-विज्ञान,
(2) वर्णनात्मक वाक्य-विज्ञान,
(3) तुलनात्मक वाक्य-विज्ञान।
(1) ऐतिहासिक वाक्य-विज्ञान - इस वाक्य-विज्ञान में एक भाषा के वाक्य संरचना का अध्ययन विभिन्न कालों में किया जाता है जिसमें वाक्य संरचना के विकास क्रम एवं परिवर्तन का ज्ञान होता है।
(2) वर्णनात्मक वाक्य विज्ञान - इस वाक्य विज्ञान में एक भाषा के वाक्य संरचना का अध्ययन वर्तमान अथवा प्रचलित वाक्य संरचना का अध्ययन किया जाता है। शिक्षक को इसका ज्ञान होना अधिक आवश्यक होता है।
(3) तुलनात्मक वाक्य - विज्ञान इसमें दो या दो से अधिक भाषाओं के वाक्य संरचना की तुलना की जाती है। जैसे हिन्दी और अंग्रेजी भाषा के शिक्षण में अनुवाद विधि को अपनाते हैं।
हिन्दी के वाक्य में शब्दों का क्रम - कर्त्ता, कर्म तथा क्रिया होता है जबकि अंग्रेजी के वाक्य-संरचना में शब्दों का क्रम - कर्त्ता, क्रिया तथा कर्म होता है।
वाक्य की विशेषताएँ वाक्य की पाँच विशेषताएँ होती हैं-
1. वाक्य में शब्दों को एक क्रम में रखा जाता है।
2. वाक्य में एक क्रिया अवश्य होती है।
3. वाक्य में एक से अधिक शब्द (पद) होते हैं।
4. वाक्य अर्थ तथा भाव की दृष्टि से पूर्ण हो भी सकता है परन्तु अर्थ की दृष्टि से पूर्ण होता है।
5. वाक्य व्याकरण की दृष्टि से पूर्ण होता है।
वाक्य-संरचना शिक्षण
वाक्य-रचना शिक्षण के अन्तर्गत मुख्य तीन प्रक्रियाएँ होती हैं। इन्हें पढ़ाते समय समुचित उदाहरण देने चाहिए
1. शुद्ध वाक्य-रचना का अभ्यास तथा अशुद्धियों का सुधार करना।
2. वाक्य में प्रयुक्त शब्दों का अर्थ समझाना, इसे अर्थ तत्त्व कहते हैं।
3. वाक्य में प्रयुक्त शब्दों का सम्बन्ध स्पष्ट करना, इसे सम्बन्ध-तत्त्व कहते हैं।
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