बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- वाक्य-विज्ञान या वाक्य संरचना का अर्थ बताइए। वाक्य का अध्ययन कितने प्रकार से किया जाता है? इसका विवरण दीजिए तथा इसकी मुख्य विशेषताओं एवं अशुद्धियों का भी उल्लेख कीजिए।
अथवा
हिन्दी वाक्य विज्ञान के अर्थ एवं महत्व को स्पष्ट कीजिये। हिन्दी में वाक्य रचना की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख करते हुए इसे प्रभावपूर्ण बनाने हेतु सुझाव प्रस्तुत कीजिए।
सम्बन्धित लघु उत्तरीय प्रश्न
1. वाक्य-विज्ञान या वाक्य संरचना का अर्थ समझाइए।
उत्तर-
वाक्य- संरचना या वाक्य विज्ञान वाक्य संरचना (Sentence Structure ) को वाक्य - विन्यास भी कहा जाता है। इसके अन्तर्गत शब्दों के स्वरूप को विकसित करने की प्रक्रिया का अध्ययन किया जाता है। वाक्य पदों या शब्दों के समूह की उस इकाई को कहते हैं जो व्याकरण की दृष्टि से शुद्ध तथा पूर्ण हो तथा वाक्य में क्रिया अवश्य हो। वाक्य को लघुत्तम पूर्ण कथन भी कहा जाता है। भोलानाथ तिवारी के अनुसार- “अर्थमान ध्वनि समुदाय जो पूर्ण कथन अथवा भाव की तुलना में अपूर्ण होते हुये भी अपने में पूर्ण हो तथा जिसमें परोक्ष या अपरोक्ष रूप में क्रिया का भाव हो वाक्य कहलाता है।'
प्रत्येक वाक्य के दो पक्ष भाव होते हैं। वाक्य के अर्थ एवं भाव में सामंजस्य होना चाहिए तभी वाक्य अर्थपूर्ण तथा भावपूर्ण होता है। शिक्षक तथा वक्ता अपने शाब्दिक सम्प्रेषण में वाक्य के माध्यम का प्रयोग करता है। व्यक्ति अपने चिन्तन में भी वाक्य का ही सहारा लेता है।
वाक्य-विज्ञान की परिभाषा अनेक विद्वानों ने दी है परन्तु रॉबर्ट लाडो की परिभाषा अधिक व्यापक तथा व्यावहारिक है।
रॉबर्ट लाडो के अनुसार- “एक भाषा में शब्दों का वाक्य या वाक्य-खण्डों में निश्चित स्थान, पर आने के विविध प्रतिमानों का अध्ययन किया जाता है। वाक्य विज्ञान में भाषाशास्त्री इन शब्दों या पदों की व्यवस्था के प्रतिमानों के विविध वाक्य अथवा वाक्य खण्डों में तथा सभी शब्दों में पारस्परिक सम्बन्धों का वर्णन करता है। यह प्रक्रिया वाक्य - विज्ञान का क्षेत्र है कि इस वाक्य के शब्द क्रम प्रश्न सूचक हैं। क्या यह एक पुस्तक है? इसके विपरीत वाक्य का शब्द क्रम सामान्य वाक्य का सूचक है यह एक पुस्तक है।"
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