बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- ऐतिहासिक ध्वनि-विज्ञान से आप क्या समझते हैं?
उत्तर-
ऐतिहासिक ध्वनि-विज्ञान - भाषा का सम्बन्ध जीवन से होता है और जीवन में परिवर्तन स्वाभाविक है इसलिए भाषा में भी परिवर्तन होता रहता है। इसे विकास की संज्ञा दी जाती है। ध्वनि परिवर्तन की गति धीमी होती है।
भोलानाथ तिवारी के अनुसार- "किन्हीं विशेष ध्वनियों में किसी विशिष्ट युग में विशिष्ट दशाओं में हुए नियमित परिवर्तन को भाषा का ध्वनि-नियम कहते हैं।"
ध्वनि परिवर्तन दो कारण से होता है - आन्तरिक तथा बाह्य कारण। बाह्य वातावरण में सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक तथा भौगोलिक वातावरण को सम्मिलित किया जाता है। दूसरा कारण आन्तरिक जैसे अधिक प्रयोग से तथा स्वराघात आदि से भी ध्वनि परिवर्तन होता है। बोलने में शीघ्रता, भावुक बनकर बोलना, विभाषा का प्रभाव पड़ता है। इस प्रकार ऐतिहासिक ध्वनि-विज्ञान, ध्वनियों के विकास का अध्ययन है। इसके अन्तर्गत ध्वनियों के विकास एवं परिवर्तन के कारणों एवं स्वरूप का विश्लेषण किया जाता है।
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