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बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षा बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षासरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षा - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- जैव विविधता के संरक्षण के कारणों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर-
पर्यावरण एवं मानव की आवश्यकताओं की पूर्ति के दृष्टिकोण से जैव विविधता का संरक्षण निम्न कारणों से आवश्यक है-
(1) परस्पर निर्भरता के कारण - प्रकृति में कई प्रकार के पारिस्थितिक तन्त्र तथा प्रत्येक प्रकार के पारिस्थितिक तन्त्र में सैकड़ों पादप एवं जन्तु प्रजातियाँ पाई जाती हैं। प्रत्येक पारिस्थितिक तन्त्र में उपस्थित सभी जीवधारी ऊर्जा प्राप्ति के लिए एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं। एक कारक का अस्तित्व तभी सम्भव होता है जबकि दूसरा कारक भी सुचारू रूप से कार्य करें। पर्यावरण में उपस्थिति सभी जीवधारी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से एक-दूसरे पर निर्भर हैं। अतः जैव विविधता का संरक्षण अति आवश्यक है।
(2) आर्थिक कारण - मनुष्य अपनी सभी प्रकार की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से प्रकृति में उपस्थित जीवों पर निर्भर है। मनुष्य प्रकृति में उपस्थित पेड़-पौधों एवं जन्तुओं के उत्पादों का उपयोग करते हैं। ईंधन के लिए लकड़ी, शिकार के लिए जानवर, भोजन प्राप्ति हेतु पादप आदि की सतत् उपलब्धता तभी सम्भव होगी जबकि प्रकृति के इन जीवों एवं पौधों की जैव विविधता का संरक्षण किया जाये। इस प्रकार जैव विविधता का उपभोग्य महत्त्व है। जैव विविधता का अनउपभोग्य महत्त्व भी होता है। जैसे— वैज्ञानिक अनुसन्धान, पक्षी निरीक्षण और जीवन पर्यटन ऐसी क्रियाएँ हैं, जिनका उपयोग लाखों लोग करते हैं और जिसके कारण हजारों को रोजगार मिलता है।
(3) पारिस्थितिक कारण - जैव विविधता पारिस्थितिक दृढ़ता का एक प्रमुख भाग है और पारिस्थितिकी दृढ़ता इसलिए आवश्यक है कि इस पर हमारा आर्थिक और जैविक जीवन निर्भर है। इसका मूल्य किसी मानक आर्थिक भाषा में नहीं आँका जा सकता है। जैव विविधता के अभाव में पारिस्थितिक दृढ़ता के लिए बड़ा खतरा उत्पन्न हो सकता है जो निश्चित ही हमारे लिए भी होगा।
(4) जीव विज्ञानीय कारक - जैव वैज्ञानिक की दृष्टि से यदि देखा जाये तो पादपों, जन्तुओं, कृष्य पौधों तथा पालतू जन्तुओं व उनके जंगली सम्बन्धियों का संरक्षण न करना हमारा बहुत बड़ा अनुत्तरदायित्व होगा। बहुत से पादप वास्तव में बहुत मूल्यवान हैं क्योंकि वे औषधियों, पेस्टिसाइड्स, भोजन, तेल, औद्योगिक उत्पादों और जीन्स का स्रोत हैं। जब हम जैव विविधता को संरक्षित करते हैं तो इसका अर्थ यह है कि हम भविष्य में जीने के लिए वैकल्पिकता को बनाये रखते हैं।
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