बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 तृतीय प्रश्नपत्र - शिक्षा के तकनीकी परिप्रेक्ष्य बीएड सेमेस्टर-2 तृतीय प्रश्नपत्र - शिक्षा के तकनीकी परिप्रेक्ष्यसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 तृतीय प्रश्नपत्र - शिक्षा के तकनीकी परिप्रेक्ष्य - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- कक्षा शिक्षण में दूरदर्शन का उपयोग बताइये।
अथवा
शिक्षा में टेलीविजन की क्या भूमिका है?
उत्तर-
कक्षा शिक्षण में दूरदर्शन का उपयोग
(Use of Television in Class Room Teaching)
कक्षा शिक्षण में प्रयोग किये जाने वाले शैक्षिक दूरदर्शन कार्यक्रमों के अन्तर्गत पाठ्यक्रम से सम्बन्धित, नियोजित तथा क्रमबद्ध दूरदर्शन कार्यक्रमों की श्रृंखला होती है। ये शैक्षिक कार्यक्रम क्लोज्ड सर्किट (CCTV) पर उपलब्ध होते हैं। शिक्षा की दृष्टि से कक्षा में इनके उपयोग को निम्न प्रकार से समझा जा सकता है-
1. पूर्ण कक्षा शिक्षण के रूप में - दूरदर्शन कार्यक्रम के आधार पर पूरा कक्षा शिक्षण कार्य किया जाता है। शिक्षक दूरदर्शन द्वारा प्रदान किये गये ज्ञान व सूचनाओं के आधार पर कक्षा का संचालन करता है तथा विद्यार्थियों की समस्या का समाधान करता है।
2. शिक्षण सहायक सामग्री के रूप में - दूरदर्शन द्वारा प्रसारित कार्यक्रमों को शिक्षक सहायक सामग्री के रूप में प्रयोग करता है। विज्ञान, तकनीकी आदि की कक्षाओं में वह सहायक सामग्री के रूप में दूरदर्शन कार्यक्रमों का प्रयोग करता है।
3. मुख्य शिक्षण सामग्री के रूप में - पाठ को पढ़ाने में शिक्षक सर्वप्रथम दूरदर्शन कार्यक्रम को मुख्य स्थान देता है तत्पश्चात् अपने शिक्षण के द्वारा वह पाठ्य-वस्तु को विद्यार्थियों तक पहुँचाने में पुनर्बलन प्रदान करता है।
4. पूरक शिक्षण के रूप में - स्थानों में स्पष्टता नहीं आ पाती और शिक्षक है तो ऐसी स्थिति में दूरदर्शन कार्यक्रम पूरक निभाते हैं। कक्षा शिक्षण में पाठ्य वस्तु के अन्तर्गत जब कुछ भी अपने व्याख्यान में इन्हें स्पष्ट करने में असक्षम होता शिक्षण का कार्य करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका इस प्रकार स्पष्ट है कि शैक्षिक दूरदर्शन शिक्षण की अन्य दृश्य-श्रव्य सहायक सामग्रियों भिन्न है। इसका विषय विस्तृत है और सामूहिक माध्यम के रूप में यह अत्यन्त महत्वपूर्ण है। भारत में इसका विकास अत्यन्त तीव्र गति से हो रहा है। इसके माध्यम से विचार-विमर्श, नाटक, वार्तालाप, सूचनाएँ, समाचार आदि का प्रत्यक्ष प्रसारण किया जाता है। यह शिक्षण सम्बन्धी नवीनतम श्रव्य दृश्य सामग्री है, जिसमें छात्र अपनी श्रव्य एवं दृश्य दोनों इन्द्रियों का प्रयोग करने के कारण किसी भी तथ्य को सरलतापूर्वक सीख लेता है।
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