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बीकाम सेमेस्टर-4 पर्यटन एवं यात्रा प्रबन्ध

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2755
आईएसबीएन :0

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बीकाम सेमेस्टर-4 पर्यटन एवं यात्रा प्रबन्ध - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- टूर पैकेज मूल्य निर्धारण से क्या आशय है? टूर पैकेज में विभिन्न मूल्य निर्धारण कार्यनीतियों की चर्चा कीजिये।

उत्तर-

टूर पैकेज का मूल्य निर्धारण
(Pricing Package Tour)

टूर ऑपरेटर को पैकेज टूर का मूल्य तय करने के लिए बहुत सारी सावधानियाँ रखनी होती है। एक पैकेज का मूल्य प्रोडक्ट की स्थिति और ब्रांडिंग पर निर्भर करता है। रुझान की जाँच करने के बाद टूर ऑपरेटर पैकेज की लागत और मार्जिन जोड़ देते हैं। पुनः, पैकेज का मूल्य इसकी प्रचालन लागतों और लाभ के मार्जिन का अनुमान लगाने के बाद तय किया जाता है। टूर ऑपरेटर को यह पूरी आजादी है कि वह पैकेज का मूल्य तय कर सके। लागत के कुछ अनिवार्य घटकों में मार्कअप, रेट और कुल लाभ शामिल होते हैं। मार्कअप वह अतिरिक्त राशि है जो कंपनी प्रत्येक बिक्री पर लेती है। कुल लाभ वह दर है जिस पर प्रोडक्ट / सर्विस के लिए एक सप्लायर रेट बताता है जिस पर इसकी डिलीवरी की जाती है। इसके कमिशन में टूर ऑपरेशन की कमाई का एक बड़ा हिस्सा शामिल होता है।

मूल्य निर्धारण कार्यनीतियाँ
(Pricing Strategies)

पर्यटन व्यापार का मूल्य तय करने के लिए इसकी मार्केटिंग की कार्यनीति और वित्तीय विश्लेषण को आपस में मिला कर निर्णय लिया जाता है। पर्यटन के प्रोडक्ट शायद ही आपस में एक समान होते हैं, अधिकांशतः उनके स्थान के कारण ऐसा होता है, किन्तु कई बार लोग और इसके अन्य घटक भी अलग-अलग होते हैं जो यात्री को एक अनुभव प्रदान करते हैं। इसमें विविधता और मूल्य की कार्यनीतियाँ भी प्रभाव डालती हैं जो पर्यटन के व्यापार का ब्रांड और बाजार में इसकी हिस्सेदारी तय करती है। यहाँ तक कि रहने की जगह की स्टार रेटिंग से भी केवल यात्री को सामान्य मार्गदर्शन ही मिलता है कि इसकी कीमत कितनी होगी - इससे कोई मानदण्ड तय नहीं होता है। टूर ऑपरेशन के व्यापार में पारंपरिक तौर पर मूल्य तय करने की कार्यनीतियाँ तीन प्रकार की होती हैं-

(1 ) लागत आधारित मूल्य निर्धारण - इस प्रकार की मूल्य निर्धारण कार्यनीति लागत को तय करने में इस्तेमाल होती है ताकि ब्रेक इवन पॉइंट तक पहुँचा जा सके। इसमें पैकेज टूर की सेवाओं के प्रत्येक घटक की औसत लागत की गणना की जाती है और इस पर मार्कअप लागत तथा औसत लागत जोड़ी जाती है ताकि लाभ कमाया जा सके। यह बहुत सामान्य बात है और इसी प्रकार प्रारूपिक तौर पर मूल्य निर्धारण कार्यनीति अपनाई जाती है। उदाहरण के लिए, थॉमस कुक और ऑबेरोय होटल द्वारा लागत आधारित मूल्य कार्यनीति अपनाई जाती है क्योंकि उनके सामने कोई प्रतियोगी नहीं होता था। आने वाले समय में उन्होंने मूल्य निर्धारण की अन्य कार्यनीतियों को अपनाया, जैसे प्रतिस्पर्द्धा और उपभोक्ता आधारित मूल्य निर्धारण।

(2) प्रतियोगिता आधारित मूल्य निर्धारण - इस मूल्य निर्धारण कार्यनीति में इसके प्रतियोगियों की कीमतों को ध्यान में रखा जाता है ताकि अपने प्रोडक्ट की कीमत को उसी के अनुसार तय किया जाए। इसकी कीमत प्रतियोगी की कीमत के बराबर या कुछ अधिक या प्रतियोगी की कीमत से कुछ कम तय की जाती है। नब्बे के दशक की शुरुआत में पैकेज टूर के बाजार के विपरीत विपणन और बिक्री को प्रोत्साहन देने में अव्वल विदेशी और घरेलू टूर कंपनियों के आ जाने के बाद कीमतों में बहुत अधिक बदलाव हुआ। एसओटीसी और कॉक्स तथा किंग्स के आउटबाउंड पैकेज के मूल्य में बहुत मार्जिनल अंतर है।

(3) उपभोक्ता आधारित मूल्य निर्धारण - यह मूल्य निर्धारण का ऐसा रूप है जिसमें प्राथमिक तौर पर उनके खर्च करने की दक्षता और खरीदने की मात्रा को ध्यान में रखते हुए उपभोक्ताओं पर लक्षित किया जाता है। अब वे दिन चले गए जब बाजार में प्रोड्यूसर का प्रभुत्व हुआ करता था, अब यह उपभोक्ता के अनुसार चलने और बढ़ने वाला बाजार है। इस प्रकार, इनबाउंड, घरेलू और आउटबाउंड टूर ऑपरेटर ग्राहकों के सामाजिक-आर्थिक परिवेश को ध्यान में रख कर पैकेज की डिजाइन करते हैं। सभी पैकेज टूर बाजार का आकलन करने के बाद डिजाइन किए जाते हैं।

उपरोक्त बताई गई प्रारूपिक और बहुत पुरानी मूल्य निर्धारण कार्य नीतियों के अलावा निम्नलिखित मूल्य निर्धारण कार्यनीतियाँ टूर ऑपरेशन व्यापार में उपयोग की जाती हैं-

(1) रैक दर मूल्य निर्धारण - यह रियायत देने से पहले पूरी दर है। आमतौर पर यह आने वाले सीजन के लिए टूर के ब्रोशर में प्रिंट की जाती है।

(2) सीजनल मूल्य निर्धारण - पैकेज टूर के मूल्य निर्धारण का एक व्यापक मिश्रण सीजन के कम, अधिक होने की पूर्ति के लिए बनाया जाता है क्योंकि पर्यटन अधिकांशतः सीजन से चलता है।

(3) अंतिम समय मूल्य निर्धारण - यह हर दिन कोट की गई कीमतों से रियायत देने की सामान्य विधि है ताकि बुकिंग को बंद किया जा सके। वेबसाइटों पर अंतिम समय की बुकिंग के लिए फ्लैश आइटम डाले जाते हैं। समूह की यात्रा में टूर ऑपरेटर कुछ अतिरिक्त सेवाएँ या कीमतों में कुछ रियायत देकर टूर को चलाने के लिए न्यूनतम बुकिंग पाने की कोशिश करते हैं।

(4) प्रति व्यक्ति मूल्य निर्धारण - इस प्रकार का मूल्य निर्धारण प्रति व्यक्ति या प्रत्येक सेवा श्रेणी के लिए तय किया जाता है। यह प्रति वयस्क या बच्चे या अतिरिक्त व्यक्ति के लिए हो सकती है। यह ग्राहकों के लिए उपलब्ध टैक्सी हो सकती है।

(5) प्रति इकाई मूल्य निर्धारण - यह पैकेज की एक यूनिट के लिए तय मूल्य होता है। इसमें पति और पत्नी सहित बच्चे (लागत रहित) शामिल हो सकते हैं। कभी कभार पैकेज में कमरा स्थानांतरण और स्थानीय पर्यटन स्थलों पर जाने की लागत शामिल हो सकती है। कमरे की दर में आमतौर पर यूरोपियन योजना (ईपी) के अनुसार सुबह का नाश्ता शामिल होता है।

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