बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-4 आयकर विधि एवं लेखे बीकाम सेमेस्टर-4 आयकर विधि एवं लेखेसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-4 आयकर विधि एवं लेखे - सरल प्रश्नोत्तर
स्मरण रखने योग्य महत्वपूर्ण तथ्य
सम्पत्ति का हस्तान्तरण किये बिना आय का हस्तान्तरण होने पर यह आय हस्तान्तरण करने वाले की आय मानी जाती है।
सम्पत्तियों के खण्डनीय हस्तान्तरण होने पर उससे होने वाली आय हस्तान्तरण करने वाले की आय मानी जाती है।
जीवन साथी को ऐसी व्यापारिक संस्था से मिला हुआ वेतन, आदि जिसमें करदाता का सारवान हित है, तथा जीवन साथी को बिना पर्याप्त प्रतिफल के हस्तान्तर की गयी सम्पत्ति से आय करदाता की आय में शामिल की जाती है।
करदाता द्वारा बिना पर्याप्त प्रतिफल के पुत्र-वधू को हस्तान्तरित सम्पत्ति से आय करदाता की आय में शमिल होगी।
कर की चोरी को रोकने के लिये धाराओं 60 से 65 तथा धाराओं 68 से 69D तक प्रावधान किये गये हैं।
अवयस्क बच्चे की आय 1,500 तक कर मुक्त होती है शेष आय को उसके माता-पिता की आय में जोड़ दिया जाता है।
आय के संकलन में विभिन्न शीर्षकों की आयों की गणना करके उनका योग किया जाता है।
सामान्य व्यापार की हानि उसी गत वर्ष में आय के अन्य किसी भी शीर्षक से पूरी की जा सकती है। (वेतन से आय छोड़कर)
दीर्घ पूँजी हानियों को दीर्घकालीन पूँजी लाभों से ही पूरा किया जा सकता है।
सट्टे की हानियों को केवल सट्टे के व्यापार से ही पूरा किया जा सकता है।
घोड़ों को रखने से हुई हानि ( दौड़ के ) की पूर्ति किसी भी शीर्षक की आय से नहीं की जा सकती है।
आय के एक शीर्षक के अन्तर्गत एक स्त्रोत की हानि की पूर्ति उसी शीर्षक के दूसरे स्रोत की उसी गत वर्ष की आय से की जा सकती है।
आकस्मिक आयों (लॉटरी, शर्त, जुआ आदि) की पूर्ति किसी भी शीर्षक की आय से नहीं की जा सकती है।
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