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बीए बीएससी सेमेस्टर-4 शारीरिक शिक्षा

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :160
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2751
आईएसबीएन :0

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बीए बीएससी सेमेस्टर-4 शारीरिक शिक्षा - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- अवधान क्या है? अवधान की प्रकृति को स्पष्ट कीजिए।

उत्तर-

खेलों में अक्सर, कोच और खिलाड़ी अवधान (एकाग्रता) की बात करते हैं। एकाग्रता को वर्नाचिया (Vernacchia) ने "स्पष्ट और वर्तमान के साथ फोकस करने की क्षमता" के रूप में परिभाषित किया।

मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, अवधान व्यक्ति की वह मानसिक शक्ति है जिस कारण वह किसी वस्तु पर ध्यान देता है। आधुनिक अर्थ में अवधान का अर्थ ध्यान देना है तथा यह एक प्रेरणात्मक प्रक्रिया है। मनुष्य को उसके आसपास के वातावरण में उपस्थित वस्तुएँ प्रभावित करती हैं परन्तु वह उन सभी पर एक साथ ध्यान केन्द्रित नहीं कर पाता है। वह किसी एक वस्तु या विषय पर ध्यान केन्द्रित कर पाता है।

ध्यान केन्द्रित करने का कारण उस वस्तु की विशेषता या व्यक्ति का रुझान हो सकता है। अतः अवधान चुनी हुई वस्तु पर ध्यान केन्द्रण करता है। डॉ. मोहम्मद सुलेमान इसे इस प्रकार परिभाषित करते हैं - "अवधान वह चयनात्मक मानसिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा हम उत्तेजना विशेष को अपने ध्यान - केन्द्र में लाते हैं।" शारीरिक शिक्षा में अवधान को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है - आन्तरिक अवधान और बाह्य अवधान। आन्तरिक अवधान के अन्तर्गत खिलाड़ी के विचार, भावनाएँ, शारीरिक संवेदनाओं को रखा जाता है जबकि बाह्य अवधान में बाहर के वातावरण को रखा जाता है। जब कोई खिलाड़ी एक साथ कई बिन्दुओं पर अपना ध्यान केन्द्रित करने का प्रयास करता है तो अवधान को व्यापक अर्थ में तथा जब खिलाड़ी अपने ध्यान को एक ही बिन्दु पर केन्द्रित कर लेता है तो उसे संकुचित अर्थ में लिया जाता है।

खेल के दौरान खिलाड़ी का ध्यान चार दिशाओं की ओर जा सकता है-

(1) आकलन - कई बार खेल में परिस्थितियाँ बड़ी तेजी से बदलती हैं। इस दौरान खिलाड़ी का ध्यान नई परिस्थितियों के आकलन की ओर होता है।

(2) विश्लेषण - कई बार खिलाड़ी गेंद को हिट करने से पहले कई सिद्धान्तों का विश्लेषण करता है। उदाहरण के लिए एक गोल्फ खिलाड़ी गेंद को हिट करने से पहले शॉट चयन पर विचार करता है।

(3) ध्यान स्थानान्तरण - कई बार खिलाड़ी अपनी क्षमता के विपरीत बाहरी निष्पादन पर ध्यान केन्द्रित करता है जैसे टेनिस खिलाड़ी टॉस पर ध्यान केन्द्रित करता है क्योंकि उसे पहले सर्विस देनी है या बाद में।

(4) तैयारी - इसमें खिलाड़ी अपने कौशल को निष्पादित करने के लिए स्वयं को तैयार करने पर ध्यान केन्द्रित करता है।

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