लोगों की राय

बी ए - एम ए >> बीए बीएससी सेमेस्टर-4 शारीरिक शिक्षा

बीए बीएससी सेमेस्टर-4 शारीरिक शिक्षा

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :160
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2751
आईएसबीएन :0

Like this Hindi book 0

5 पाठक हैं

बीए बीएससी सेमेस्टर-4 शारीरिक शिक्षा - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले वातावरण सम्बन्धी कारकों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।

उत्तर-

मनोवैज्ञानिक सिद्धान्त के अनुसार हमारे कुछ व्यवहार जन्मजात होते हैं तथा कुछ व्यवहारों को वातावरण से अर्जित किया जाता है। अतः वातावरण का प्रभाव व्यक्तित्व पर स्पष्ट रूप से देखने को मिलता है। वैसे भी जन्म से ही व्यक्ति एक निश्चित वातावरण में रहता है, जिसको जैसा वातावरण मिलेगा, उसकी वैसी ही विशेषताएं विकसित होंगी।

(1) सामाजिक वातावरण - सामाजिक वातावरण का बालक के व्यक्तित्व पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है। हम सामाजिक वातावरण में रहकर ही वहाँ की रीति-रिवाज, खान-पान की विधि, व्यवहार की विधि आदि अर्जित करते हैं। इस प्रकार, वास्तव में समाज ही व्यक्तित्व का निर्माण करता है।

(2) सांस्कृतिक वातावरण - मनुष्य के व्यक्तित्व के विकास में उसकी सभ्यता तथा रहन-सहन के ढंग का भी विशेष योगदान रहता है। व्यक्तित्व पर सभ्यता की अमिट छाप रहती है।

(3) भौगोलिक या भौतिक - वातावरण व्यक्तित्व के विकास में भौगोलिक अथवा भौतिक वातावरण का बहुत प्रभाव पड़ता है। जिस स्थान की जलवायु ठंडी होती है, वहाँ के लोग गोरे, सुन्दर, स्वस्थ एवं बुद्धिमान होते हैं। लेकिन गर्म जलवायु में रहने वाले लोग काले, आलसी तथा मंद बुद्धि होते है।

(4) पारिवारिक वातावरण - व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारकों में से परिवार का वातावरण भी एक शक्तिशाली कारक माना गया है। घर का वातावरण निम्नलिखित कारकों से मिलकर बनता है-

(i) माता-पिता का बच्चे के प्रति दृष्टिकोण,
(ii) माता-पिता की योग्यताएँ,
(iii) परिवार के सदस्यों का व्यक्तित्व और व्यवहार,
(iv) परिवार की सामाजिक और आर्थिक स्थिति,
(v) परिवार का आकार।

(5) स्कूल का वातावरण - परिवार के पश्चात् बच्चा स्कूल में अधिकतर समय व्यतीत करता है। अतः स्कूल का प्रभाव बच्चे के व्यक्तित्व पर पड़ना आवश्यक है। स्कूल में रहकर अनुशासन, नैतिक मूल्यों आदि से बच्चों का व्यक्तित्व अत्यधिक प्रभावित होता है। जो बातें बच्चे स्कूल में रहकर सीखते हैं, उन बातों को हम घर पर भी नहीं सिखा पाते।

(6) आस-पड़ोस - परिवार तथा स्कूल की भाँति व्यक्तित्व आस-पड़ोस के प्रभाव से भी अछूता नहीं रह सकता। बच्चे के आस-पड़ोस में रहने वाले सुशिक्षित हैं तथा सभ्य हैं तो उस पड़ोस में पनप रहे अन्य बच्चों का व्यक्तित्व अवश्य प्रभावित होगा।

(7) धार्मिक संस्थाएँ - धार्मिक संस्थाओं का प्रभाव भी व्यक्तित्व पर पड़ता है। जैसे - मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, चर्च इत्यादि।

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book