लोगों की राय

बी ए - एम ए >> बीए बीएससी सेमेस्टर-4 शारीरिक शिक्षा

बीए बीएससी सेमेस्टर-4 शारीरिक शिक्षा

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :160
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2751
आईएसबीएन :0

Like this Hindi book 0

5 पाठक हैं

बीए बीएससी सेमेस्टर-4 शारीरिक शिक्षा - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- अधिगम का क्या अर्थ है? स्पष्ट कीजिए।

अथवा
सीखने का अर्थ बताइए।

उत्तर-

अधिगम शिक्षा मनोविज्ञान का केंद्र-बिन्दु है। अधिगम शिक्षा मनोविज्ञान का दिल है। शिक्षा के क्षेत्र में अधिगम का एक विशेष महत्व है। क्योंकि शिक्षा का उद्देश्य ही सीखना (अधिगम) है। शिक्षा देने का अर्थ सीखना है। हम यह कह सकते हैं - हम आज जो कुछ भी हैं वह सीखने का ही परिणाम है। समस्त स्कूली क्रियाकलाप सीखने के लिए होते हैं। स्कूल में कक्षा में, घर में, अध्यापक और शिक्षक इसी के लिए प्रयत्नशील रहते हैं। प्रत्येक बालक इस संसार में कुछ मूल प्रवृत्तियाँ लेकर आता है। इनकी तृप्ति सीखने पर निर्भर है। मूल प्रवृत्तियों का स्वरूप भी पाशविक होता है। सीखने की प्रक्रिया द्वारा उनमें परिवर्तन होता है। सीखने की प्रक्रिया के ही कारण आज विश्व का इतना अधिक विकास सम्भव हो सका है। सीखना एक अत्यंत स्वाभाविक प्रक्रिया है जो मनुष्य के जन्म से लेकर मृत्यु तक जारी रहती है। शिक्षा मनोविज्ञान का उद्देश्य सीखने को प्रभावशाली और अर्थपूर्ण बनाना है। सीखने की प्रक्रिया के बारे में बात करने से पहले यह जान लेना आवश्यक है कि सीखना आखिर होता क्या है?

उदाहरण के लिए - यदि किसी छोटे बच्चे के सम्मुख कोई जलता हुआ लैम्प रखा जाय तो स्वाभाविक रूप से वह उसकी दीपशिखा को स्पर्श करने के लिए हाथ बढ़ाता है। परन्तु उसका हाथ दीपशिखा से जल जाता है। उसे कष्ट होता है और वह तुरंत ही अपना हाथ दीपशिखा से खींच लेता है। जब वह पुनः सम्मुख रखे हुए दीपक को देखता है तो उसे स्पर्श करने का स्वाभाविक व्यवहार नहीं करता, परन्तु यदि उसके सामने दीपक लाया जाता है तो वह उससे दूर भागने का प्रयत्न करता है। इस प्रकार उसके स्वाभाविक व्यवहार में जो परिवर्तन होता है उसकी इस प्रक्रिया को ही सीखना कहा जाता है। इस व्याख्या के आधार पर कहा जा सकता है- "सीखने का अर्थ उस मानसिक प्रक्रिया से है जिसमें व्यक्ति के स्वाभाविक व्यवहार या भूतकालीन अनुभवों एवं व्यवहार में उन्नतिशील परिवर्तन होता है।"

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book