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बीए बीएससी सेमेस्टर-4 शारीरिक शिक्षा

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :160
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2751
आईएसबीएन :0

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बीए बीएससी सेमेस्टर-4 शारीरिक शिक्षा - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- व्यक्तित्व के प्रकार सिद्धान्त की व्याख्या कीजिए।

उत्तर-

व्यक्तित्व के प्रकार सिद्धान्त के अन्तर्गत मनोवैज्ञानिकों ने मनुष्य को शारीरिक ढाँचे व व्यवहार के आधार पर विभिन्न वर्गों में बांटा है जो निम्नलिखित हैं-

1. क्रेशमर के अनुसार व्यक्तित्व का वर्गीकरण - जर्मन मनोवैज्ञानिक क्रेशमर ने अपनी पुस्तक 'व्यक्तित्व के शारीरिक गठन एवं स्वभाव' के आधार पर व्यक्तित्व को चार प्रमुख वर्गों में विभाजित किया है-

(अ) पुष्टकाय (Athletic) - इस प्रकार का व्यक्ति शरीर से हृष्ट-पुष्ट तथा मजबूत काठी वाला होता है। जिसके कन्धे-चौड़े तथा पीठ सीधी होती है। यह साहसी, निडर तथा प्रभुत्व की इच्छा रखने वाले होते है ऐसे व्यक्ति समाज में अधिक सफल होते हैं। इन्हें मनोविदलता (Schizophrenia) नामक मानसिक बीमारी होने का खतरा अधिक होता है।

(ब) क्रशकाय (Asthenic) - यह शरीर से दुबले पतले, लम्बे, लम्बा चेहरा, गर्दन तथा रीढ़ की हड्डी लम्बी व पतली वाले होते हैं। इन्हें दूसरों की आलोचना करने में आनन्द तथा अपनी आलोचना सुनने में अधिक पीड़ा होती है। यह भावुक, शांत तथा एकांत प्रिय होते हैं। इनमें मनोविदलता (schizophrenia) नामक मानसिक रोग होने की सम्भावना रहती है।

(स) मोटे तोंद वाले (Pyknic) - इस प्रकार के लोग छोटे कद, बड़े पेट, हट्टे-कट्टे, गोल- मटोल, सीना और कन्धे गोल, गर्दन तथा छोटे हाथ पैर वाले होते हैं। यह मिलनसार, हंसमुख, दोस्त बनाने वाले, अधिक बोलने वाले, आराम पसन्द होते हैं। ऐसे लोगों को उत्साह -विषाद (Manic depressive) नामक बीमारी होने की सम्भावना अधिक रहती है।

(द) मिस्रकाय (Dysplastic ) - इस प्रकार के लोगों में उपरोक्त तीनों प्रकार के गुण पाये जाते हैं इन्हें मानसिक बीमारी होने का खतरा अधिक रहता है।

2. विलियम शैल्डन का वर्गीकरण - अमेरिकी मनोचिकित्सक विलियम शेल्डन ने व्यक्तित्व का वर्गीकरण "सोमोटोटाइप स्केल" की सहायता से किया

(अ) स्थूलकाय या गोलाकार (Endomorphic) - इनकी स्केल रीडिंग 7-1-1 होती है। ये व्यक्ति मोटे, गोलाकार तथा तोंदू होते हैं, इनका शरीर थुलथुला होता है। ये आराम, विनोदप्रिय, सामाजिक, भोजनप्रिय तथा दूसरों के प्रति संवेदनशील स्वभाव के होते हैं।

(ब) मध्यकाय या आयताकार (Mesomorphic) - इनकी स्केल रीडिंग 1-7-1 होती है, ये हृष्ट-पुष्ट तथा विकसित मांशपेशी वाले होते हैं। इनके कंधे चौड़े तथा पीठ सीधी होती है। इनमें खतरा या जोखिम उठाने की क्षमता अधिक होती है। यह ओजस्वी, महत्वाकांक्षी, निर्दयी, व्यायाम प्रिय, दृढ़ हृदय, तथा ऊँचे स्पष्ट स्वर वाले होते हैं।

(स) लम्बकाय (Ectomorphic ) - इनकी स्केल रीडिंग 1-1-7 होती है यह शरीर से दुबले पतले लम्बे शारीरिक रूप से कोमल तथा चौड़े मस्तिष्क वाले होते हैं। ये समाज से दूर रहना पसन्द करते हैं। ये विचारशील, मानसिक क्रियाशील अन्तमुर्खी होते है।

3. जंग का व्यक्तित्व वर्गीकरण सिद्धान्त (Jung Personality Theory) - स्विट्जरलैण्ड के मनोवैज्ञानिक कार्ल जंग ने व्यक्तित्व के दो प्रकार बताये हैं-

(अ) अर्न्तमुखी (Inrovert ) - इस प्रकार के व्यक्तित्व वाले एकान्तप्रिय आत्मकेन्द्रित तथा कल्पनाशील होते हैं। यह भविष्य के प्रति अधिक चिंतित होते हैं। इनके द्वारा लिये गये निर्णय काफी सफल होते हैं।

(ब) बहिर्मुखी (Extrovert ) - इस प्रकार के व्यक्तित्व वाले एकान्तप्रिय, आत्मकेन्द्रित तथा कल्पनाशील होते हैं। यह भविष्य के प्रति अधिक चिंतित होते हैं। इनके द्वारा लिये गये निर्णय काफी सफल होते हैं।

4. स्प्रंगर का वर्गीकरण (Sprangers classification) - जर्मन मनोवैज्ञानिक एडवर्ड स्प्रंगर ने व्यक्तित्व को 6 प्रकार में वर्गीकृत किया है

(अ) ज्ञानप्रधान (Cognitive) - इस प्रकार के लोग ज्ञान में रुचि, ज्ञान को प्राप्त करने, ज्ञान की खोज करने में लगे रहते हैं। ये कवि, लेखक, दार्शनिक, वैज्ञानिक और अनुसंधानकर्ता होते हैं।

(ब) सौन्दर्यप्रधान (Aesthetic) - इस प्रकार के लोग सौन्दर्य, कला में रुचि रखने वाले होते हैं। ये मूर्तिकार, चित्रकार, संगीतकार तथा नृत्यकार होते हैं।

(स) अर्थप्रधान (Economic) - इस प्रकार के व्यक्ति आर्थिक एवं उपयोगितावादी दृष्टिकोण वाले होते हैं। ये अर्थशास्त्री, उद्योगपति, दुकानदार तथा व्यापारी होते हैं।

(द) राजनीतिप्रधान (Political ) - इस प्रकार के व्यक्तित्व वाले लोग राजनीति में रुचि लेने वाले होते हैं। ये राजनेता, कूटनीतिज्ञ तथा शासक आदि होते हैं।

(य) धर्मप्रधान (Religious ) - इस प्रकार के व्यक्ति धार्मिक क्रिया-कलापों में रुचि रखने वाले होते हैं। ये पण्डित, मौलवी, साधु-संत तथा पुजारी आदि होते हैं।

(र) समाजप्रधान (Sociological) - इस प्रकार के व्यक्ति सामाजिक कार्यों में रुचि रखने वाले होते हैं। ये दयालु, समाज सुधारक, समाज प्रचारक तथा सामाजिक कार्यकर्ता आदि होते हैं।

5. हिप्पोक्रेटस (Hippocrate) का वर्गीकरण - हिप्पोक्रेट्स ने शरीर में पाये जाने वाले रसायनों के आधार पर व्यक्तित्व को चार वर्गों में विभाजित किया है-

(अ) अधिक रुधिर वाले (Sanguinic Type) - इस प्रकार के व्यक्तित्व वालों में रुधिर की मात्रा अधिक पायी जाती है। ये उत्साही, कर्मठ, हंसमुख तथा आशावादी होते हैं।

(ब) पीले पित्त वाले (Phlegmatic) - ये शरीर से कमजोर होते हैं तथा संवेगात्मक रूप से मजबूत होते हैं। ये जल्दी भावुक नहीं होते हैं।

(स) काले पित्त वाले (Melancholic) - ये शारीरिक व संवेगात्मक रूप से कमजोर होते हैं।

(द) कफ पित्त वाले (Choleric) - ये शारीरिक रूप से शक्तिशाली होते हैं। संवेगात्मक रूप से कमजोर होते हैं। ये जल्दी नाराज हो जाते हैं।

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