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बीए बीएससी सेमेस्टर-4 शारीरिक शिक्षा

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :160
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2751
आईएसबीएन :0

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बीए बीएससी सेमेस्टर-4 शारीरिक शिक्षा - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- शारीरिक शिक्षा के अन्तर्गत मनोरंजन के विभिन्न सिद्धान्तों की चर्चा करें।

अथवा
मनोरंजन के सिद्धान्तों की व्याख्या करें।

उत्तर-

मनोरंजन शारीरिक शिक्षा का एक अनिवार्य अंग है क्योंकि यह शारीरिक फिटनेस, मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक सम्पर्क को बढ़ावा देता है। शारीरिक शिक्षा के अन्तर्गत मनोरंजन के निम्न सिद्धान्त हैं

(1) भागीदारी का सिद्धान्त - भागीदारी का सिद्धान्त कहता है कि कौशल स्तर, लिंग, उम्र की परवाह किये बिना सभी को मनोरंजक गतिविधियों में भाग लेने का अवसर मिलना चाहिए।

(2) सुरक्षा का सिद्धान्त - इसके अन्तर्गत मनोरंजक गतिविधियों को सुरक्षित वातावरण में आयोजित किया जाना चाहिए। दुर्घटनाओं और चोटों को रोकने के लिए उचित उपकरण, पर्यवेक्षण और निर्देश प्रदान किये जाने चाहिए।

(3) आनन्द का सिद्धान्त - मनोरंजन गतिविधियाँ सुखद और आनन्ददायक होनी चाहिए। खेल के दौरान व बाद में निराशा व हताशा का वातावरण नहीं होना चाहिए।

(4) विविधता का सिद्धान्त - मनोरंजक गतिविधियों में पर्याप्त विविधता होनी चाहिए। विभिन्न रुचियों, क्षमताओं और प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए मनोरंजक गतिविधियों की एक श्रृंखला पेश की जानी चाहिए।

(5) समावेशन का सिद्धान्त - मनोरंजन गतिविधियाँ समावेशी होनी चाहिए, जो विविध पृष्ठभूमि, शारीरिक क्षमताओं और अक्षमताओं वाले व्यक्तियों को भाग लेने के अवसर प्रदान करें।

(6) चुनौती की उपयुक्तता का सिद्धान्त - इस सिद्धान्त के अनुसार मनोरंजक गतिविधियों को चुनौती का स्तर प्रदान करना चाहिए जो प्रत्येक प्रतिभागी के लिए उपयुक्त हो। इससे प्रत्येक प्रतिभागी अपनी क्षमता के अनुसार मनोरंजन गतिविधियों को संचालित करने का काम करता है।

(7) गतिविधियों में सन्तुलन का सिद्धान्त - इसके अन्तर्गत यह सुनिश्चित करते हुए व्यक्तिगत और सामूहिक गतिविधियों का सन्तुलन प्रदान किया जाना चाहिए कि सभी प्रतिभागियों के पास स्वतन्त्र और सहयोगी खेल दोनों में प्रतिभाग करने के अवसर हों।

(8) लचीलेपन का सिद्धान्त - मनोरंजन गतिविधियों को लचीला बनाया जाना चाहिए जिससे व्यक्तिगत जरूरतों एवं प्राथमिकताओं को समायोजित करने के लिए संशोधन और अनुकूलन की अनुमति मिल सके।

(9) खेल भावना का सिद्धान्त - मनोरंजन गतिविधियों में अच्छे खेल कौशलों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए जिससे निष्पक्ष खेल, विरोधियों के प्रति सम्मान और टीमवर्क पर जोर देना चाहिए।

(10) आजीवन सीखने का सिद्धान्त - मनोरंजन गतिविधियों को शारीरिक शिक्षा में महत्वपूर्ण स्थान दिया जाना चाहिए जिससे प्रतिभागियों को जीवन भर शारीरिक गतिविधियों में संलग्न रहने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।

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