बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-4 चित्रकला बीए सेमेस्टर-4 चित्रकलासरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-4 चित्रकला - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- सौन्दर्य की आवधारणा पर प्रकाश डालिये।
उत्तर-
सौन्दर्य शब्द का व्यापक होना एक विशिष्ट स्थान रखता है। सुन्दर और असुन्दर में विभाजन अति कठिन है। मानव सौन्दर्य के प्रति सदैव से ही आकर्षक रहा है परन्तु सौन्दर्य को परिभाषित नहीं कर सका। क्योंकि सौन्दर्य की अनुभूति देश, काल, व्यक्ति सापेक्ष होती है। वस्तुगत सौन्दर्य के प्रति अभिरूचि के आधार पर सौन्दर्य का ग्रहण एवं आस्वादन किया जाता है। जो वस्तु एक के लिये सुन्दर है, दूसरा व्यक्ति उसके प्रति उदासीन हो सकता है। फिर भी सुन्दर का ग्राह्य और असुन्दर का तिरस्कार सार्वभौमिक एवं सार्वदेशिक, सार्वकालिक है।
सभी कलाओं के बीच कोई न कोई एक ऐसा तत्व अवश्य है जिस सूत्र में सभी कलाएं देश तथा काल की सीमा के परे बधी रहती हैं और वह है सौन्दर्य तत्व। सौन्दर्य मूलरूप से नेत्रों का विषय है। नेत्रों के माध्यम से सुख की अनुभूति देने वाला पदार्थ ही सुन्दर कहलाता है।
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