बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-4 राजनीति विज्ञान बीए सेमेस्टर-4 राजनीति विज्ञानसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-4 राजनीति विज्ञान - सरल प्रश्नोत्तर
स्मरण रखने योग्य महत्वपूर्ण तथ्य
जॉन रॉल्स एक उदारवादी विचारक हैं, जिन्होंने उदारवादी व्यवस्था के अन्तर्गत एक न्यायपूर्ण समाज स्थापित करने का प्रयास किया।
इनका जन्म 21 फरवरी 1921 को अमेरिका में हुआ था।
ये हार्वर्ड विश्वविद्यालय में दर्शनशास्त्र के प्राध्यापक थे।
इनकी प्रसिद्ध रचनाएँ हैं-
A Theory of Justice (1971)
Justice as Fairness (1985)
Political Liberalism (1993)
The Law of Peoples (1993)
Lectures on the History of Moral Philosophy (2000)
रॉल्स के अनुसार - न्याय समाज का केन्द्रीय सद्गुण है। मानवीय समाज द्वारा न्याय के नियमों का निर्माण किया गया है। अतः न्याय, मानव के तार्किक चयन का परिणाम है।
रॉल्स ने 'अज्ञान के पर्दे की कल्पना की जहाँ व्यक्ति को अपनी प्रतिभा एवं क्षमता का ज्ञान नहीं था और भविष्य के समाज में उसकी स्थिति क्या होगी उसके विषय में उसे ज्ञान नहीं था।
रॉल्स के न्याय सिद्धांत को “अधिकतम न्यूनतम सिद्धांत" भी कहते हैं जिसका अभिप्राय है, समाज में न्यूनतम स्थिति में रहने वाले लोगों के लिए अधिकतम लाभ।
रॉल्स का न्याय, कांट के आदर्शवादी विचारों पर आधारित है।
इनका प्रसिद्ध कथन है- 'आत्मन, साध्य से पहले है।'
इन्होंने व्यक्ति की गरिमा को अत्यधिक महत्वपूर्ण माना है।
इन्होंने समाज में पारस्परिक लाभ के लिए एक सहयोगात्मक चेष्टा की संकल्पना की।
रॉल्स की पहली वरीयता स्वतंत्रता, दूसरी अवसर की समानता तथा तीसरी न्यूनतम स्थिति में रहने वाले व्यक्तियों का कल्याण है।
इनके अनुसार प्रत्येक प्रकार की सामाजिक-आर्थिक विषमता समाप्त नहीं की जा सकती है।
सामाजिक-आर्थिक विषमता स्वीकार योग्य है। यदि वह समाज के न्यूनतम व्यक्तियों के लिए अधिकतम लाभकारी है।
इन्होंने प्रक्रियात्मक न्याय एवं तत्वात्मक न्याय में समन्वय स्थापित किया।
रॉल्स ने न्याय व कल्याणकारी राज्य का अंर्तसम्बन्ध प्रभावी रूप में स्थापित किया जो कि 20वीं सदी का सबसे मौलिक योगदान माना जाता है।
रॉल्स ने न्याय को उत्तम समाज की आवश्यक शर्त बताया है। न्याय के बिना समाज की उन्नति और उत्तम समाज की स्थापना दोनों ही असंभव है।
न्याय की समस्या मुख्य रूप से यह निर्णय करने की समस्या है कि समाज के विभिन्न वर्गों, व्यक्तियों और समूहों के बीच विभिन्न वस्तुओं, सेवाओं, अवसरों, लाभों आदि को आवंटित करने का नैतिक एवं न्यायसंगत आधार क्या हो।
रॉल्स का न्याय शुद्ध प्रक्रियात्मक व वितरणात्मक स्वरूप रखता है।
इन्होंने अपनी पुस्तक 'ए थ्योरी ऑफ जस्टिस' में न्याय के सिद्धांत को स्पष्ट किया है।
इन्होंने न्याय के लिए वितरण को आधार बनाया। इनके अनुसार जब तक वितरण सही से नहीं होगा तब तक न्याय की स्थापना नहीं की जा सकती है।
ये एक ऐसे समाज का निर्माण चाहते हैं जहाँ बिना किसी भेदभाव के सब को न्याय प्राप्त हो।
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