प्राचीन भारतीय और पुरातत्व इतिहास >> बीए सेमेस्टर-4 प्राचीन इतिहास एवं संस्कृति बीए सेमेस्टर-4 प्राचीन इतिहास एवं संस्कृतिसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-4 प्राचीन इतिहास एवं संस्कृति - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- पल्लवकालीन समाज में स्त्रियों की दशा पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर-
पल्लवकालीन समाज में स्त्रियों की दशा
पल्लवकालीन समाज में स्त्रियों की स्थिति श्रेष्ठ थी। वे पुरुषों की तरह सामाजिक समारोहों, उत्सवों अथवा कार्यों में भाग लेती थीं। तत्कालीन समाज में पर्दा-प्रथा नहीं थी तथा स्त्रियाँ खुलकरे नृत्य आदि सार्वजनिक समारोहों में स्वतन्त्रतापूर्वक उपस्थित होती थीं। सामान्य रूप से शासक वर्ग के लोग कई पत्नियाँ रखते थे, अतः तत्युगीन समाज में बहुविवाह की प्रथा को अस्वीकार नहीं किया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि समाज में नारियों की स्वतन्त्रता मिलने के कारण प्रेम-विवाह का भी प्रचलन था। कन्याएँ प्रायः अपनी इच्छानुसार पति का चुनाव कर सकती थीं। समाज में नारी के प्राकृतिक सौन्दर्य की अत्यधिक प्रशंसा की जाती थी। तमिल कवियों ने अपनी कविताओं में नारी सौन्दर्य एवं प्रणयों को महत्वपूर्ण स्थान दिया है। कुछ प्रमुख नगरों अथवा बन्दरगाहों में सुरापान एवं वेश्यावृत्ति का भी प्रचलन था। वेश्याओं को जनसामान्य से अलग मुहल्ले अथवा गलियों में बसना पड़ता था।
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