प्राचीन भारतीय और पुरातत्व इतिहास >> बीए सेमेस्टर-4 प्राचीन इतिहास एवं संस्कृति बीए सेमेस्टर-4 प्राचीन इतिहास एवं संस्कृतिसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-4 प्राचीन इतिहास एवं संस्कृति - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- काकतीय नरेश गणपति की कलिंग विजय का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
उत्तर-
काकतीय नरेश गणपति द्वारा कलिंग विजय
गणपति काकतीय राजवंश का एक शक्तिशाली राजा था। 15वीं शताब्दी के एक ग्रन्थ 'शिवयोगसागर' के अनुसार गणपति के एक योद्धा-मंत्री इदुलरि सोम प्रधानि ने क्रमशः कमलाकरपुरी (सरसी) एवं वारंगल सहित पूर्वी तटीय प्रदेश पर विजय प्राप्त की थी। परन्तु अभिलेखों में इसकी पुष्टि नहीं होती है। ताल्लप्रोटुरु अभिलेख के अनुसार ऐरूप के तेलुगु चोल- प्रमुख भीम, जो संभवतः गणपति का समकालीन था, ने कलिंग विजय में भाग लिया था। इस अभिलेख के अनुसार भीम ने वंगी, उड़ीसा एवं मध्य प्रदेश के बस्तर राज्य के अनेक क्षेत्रों को जीता। विद्वानों के अनुसार भीम ने इस अभियान में गणपति के साथ काकतीय सेना की भरपूर सहायता की थी। ऐसा अनुमान है कि यह अभियान गोदावरी तट से आरम्भ हुआ होगा। इस अभियान में तेककलि, गोधुमति तथा उड़ीसा के पडियराज आदि सामन्त-शासकों को पराजित किया गया। सम्भवतः ये विजित शासक पूर्वी गंग नरेश तथा राजराज तृतीय के सामन्त रहे होंगे। इसके बाद गणपति ने बस्तर क्षेत्र में चक्रकोट पर विजय प्राप्त की। इसी क्रम में उसने गोदावरी नदी के दक्षिणी तट पर स्थित मंथेन को अधिगृहीत कर लिया। इस प्रकार कलिंग विजय के पश्चात् काकतीय सेना दाक्षारामम लौट गई।
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