प्राचीन भारतीय और पुरातत्व इतिहास >> बीए सेमेस्टर-4 प्राचीन इतिहास एवं संस्कृति बीए सेमेस्टर-4 प्राचीन इतिहास एवं संस्कृतिसरल प्रश्नोत्तर समूह
|
5 पाठक हैं |
बीए सेमेस्टर-4 प्राचीन इतिहास एवं संस्कृति - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- "यादव नरेश भिल्लम पंचम एक कुशल सैनिक, कूटनीतिज्ञ एवं दूरदर्शी शासक था।' स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
देवगिरि के यादव राजवंश को स्वतन्त्र साम्राज्य में संगठित करने का श्रेय भिल्लम पंचम को दिया जाता है। वह एक स्वाभिमानी तथा स्वनिर्मित नरेश था जिसने अपने बाहुबल से दक्षिणी महाराष्ट्र तथा उत्तरी कोंकण में अपने स्वतंत्र राज्य की स्थापना की थी। उसकी शक्ति का विस्तार गुजरात एवं मालवा प्रदेशों तक था। वह देश, काल और परिस्थिति के आकंलन में निपुण था।
भिल्लम के राज्य का विस्तार उत्तर में नर्मदा क्षेत्र से लेकर दक्षिण में कृष्ण घाटी तक हो चुका था। उसने यादव साम्राज्य की स्थापना की तथा देविगिरि को राजधानी नगर होने का गौरव प्रदान किया। उसके व्यक्तित्व में अद्भुत ओज व शक्ति थी। यह बात इससे सिद्ध होती है कि सोरतुर की निर्णायक विजय प्राप्ति के बावजूद विजयी प्रतिद्वन्द्वी बल्लाल ने कृष्णा नदी पार करके महाराष्ट्र में प्रवेश करने की हिम्मत नहीं की। भिल्लम पंचम ने अपनी योग्यता के बल पर परमेश्वर, महाराजाधिराज तथा परमभट्टारक जैसी महान उपाधियों को धारण किया था। इस प्रकार वह एक कुशल सैनिक, कूटनीतिज्ञ एवं दूरदर्शी राजनीतिज्ञ था।
|