बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञान बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञानसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञान - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- प्रत्यावर्तनकालीन विषाद (Involutional Malancholia) पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर-
(Involutional Malancholia)
प्रत्यावर्तनकालीन विषाद एक ऐसी मनोविकृति अवसादी प्रतिक्रिया है, जिसके अन्तर्गत रोगी न केवल अनेक प्रकार की घोर निराशा, विफलता, हीनता, स्व-अवमानना, दुश्चिन्ता, अपराध व पाप के भावों से निरन्तर पीड़ित रहता है, बल्कि साथ ही साथ स्वकाय दुश्चिन्ता सम्बन्धी (hypochendrical) अनेक विकारों की शिकायतें भी करता है।
इस विकार का सर्वप्रथम निदान प्रसिद्ध मनोचिकित्सक क्रेपलिन ने किया। इस विकृति के लक्षणों का स्वरूप अन्य मनोविकृति जैसे उन्मादी अवसादी प्रतिक्रिया से काफी मिलता-जुलता है, परन्तु इन दोनों में मौलिक अन्तर है।
इन्वोल्यूशनल मैलंकोलिया के अन्तर्गत व्यक्तित्व का स्वरूप प्रायः दृढ़ (rigid) ही रहता है तथा उसमें कभी भी उन्मादी प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिलती, जबकि इसके विपरीत अन्य अवसादी प्रतिक्रियाओं में व्यक्तित्व का स्वरूप प्रायः परिवर्तनशील होता है तथा उनमें उन्मादी स्थिति भी प्रायः देखने को मिलती है। इसके अतिरिक्त अन्य अवसादी स्थितियों की अपेक्षा इन्वोल्यूशनल मैलंकोलिया में आत्महत्या कर लेने की प्रसम्भाव्यता अपेक्षाकृत अधिक होती है।
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