बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञान बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञानसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञान - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- अर्जित निस्सहायता सिद्धान्त किस प्रकार विषाद की व्याख्या करता है?
उत्तर-
निस्सहायता सिद्धान्त का मौलिक प्रारूप सैलिगमैन ने दिया। सैलिगमैन ने विषाद की व्याख्या करने के लिए व्यवहारात्मक तथा संज्ञानात्मक दोनों प्रकार के मॉडलों को संयोजित किया । उन्होंने कहा कि व्यक्ति में विषाद तंत्र इसलिए उत्पन्न होता है जब वे यह सोचते हैं कि-
1. अपनी जिन्दगी में मिलने वाले पुनर्बलन पर उनका कोई नियंत्रण नहीं है।
2. वह स्वयं को ही अपनी निस्साहय अवस्था के लिये जिम्मेदार मानते हैं।
सेलिगमैन के अनुसार - विषाद के सभी लक्षण निस्सहायता तथा आत्मनिन्दा से ही उत्पन्न होते हैं। इस सिद्धान्त का एक संशोधित सिद्धान्त आरोपण मॉडल (Attributional model) है। आरोपण मॉडल के अनुसार जब व्यक्ति को किसी परिस्थिति में असफलता मिलती है तो वह असफलता का आरोपण किसी न किसी कारक के रूप में करता है।
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