बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञान बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञानसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञान - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- एनोरेक्सिया नरवोसा पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
उत्तर-
एनोरेक्सिया नरवोसा ज्यादातर लोगों को यह चिंता होती हैं कि उनका वजन बढ़ न जाए, लेकिन जब चिंता हद से ज्यादा होने लगे तो यह यह एक मानसिक विकार का रूप ले लेती है। इसे एनोरेक्सिया नर्वोसा कहते हैं।
एनोरेक्सिया नर्वोसा एक प्रकार का ईटिंग डिसऑर्डर है जिसमें व्यक्ति को खाने का डर लगने लगता है। जिन लोगों को इस तरह का डिसऑर्डर होता है वह अपने भोजन और भोजन में मौजूद पोषक तत्वों को लेकर काफी ज्यादा चिंतित होते हैं। उन्हें इस बात की चिंता रहती है कि ज्यादा कैलोरी और फैट से उनका वजन बहुत ज्यादा तो नहीं बढ़ जाएगा। जिसके कारण उनका खानपान अनियमित हो जाता हैं और अनियमित खानपान और कम खुराक उनकी सेहत पर बुरा असर डालती है और शरीर अंदर ही अंदर कमजोर होने लगता है।
एनोरेक्सिया नर्वोसा के कारण - एनोरेक्सिया नर्वोसा उन मानसिक विकारों में से एक है जिसकी असल वजह के बारे में ठीक-ठीक नहीं कहा जा सकता है। लेकिन इसके बारे में मनोचिकित्सक कुछ अलग तरह के कारणों के होने का अनुमान लगाते हैं। जामा साइकायट्री जर्नल में प्रकाशित शोध में कहा गया है कि एनोरेक्सिया नर्वोसा के शिकार लोगों को स्वाद से इस कदर परेशानी हो जाती है, कि वह इसे वजन बढ़ने का कारण मान लेते हैं वह स्वाद वाली चीजों से बचने के रास्ते तलाशने लगते हैं।
अमेरिका की यूनीवर्सिटी ऑफ कोलोराडो स्कूल ऑफ मेडिसिन के गीडो फ्रैंक का कहना है कि जब वजन कम होने लगता है, तो व्यक्ति का दिमाग का उत्साह बढ़ाने वाला हिस्सा सक्रिय हो जाता है। यह खाने के लिए प्रेरित करने के बजाए उल्टा काम करने लगता है। इसी वजह से एनोरेक्सिया नर्वोसा के शिकार लोगों का स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है।
एनोरेक्सिया नर्वोसा के लक्षण - यह निम्न हैं-
1. पर्याप्त मात्रा में भोजन ग्रहण न करने के कारण थकान का अनुभव होना।
2. बालों का झड़ना और बाल का पतला होना।
3. कब्ज की शिकायत हमेशा रहना।
4. रूखी और बेजान त्वचा का प्रदर्शित होना।
5. व्यक्ति के ब्लड प्रेशर में उतार-चढाव होना। ज्यादातर केसेज में लो ब्लड प्रेसर की शिकायत होती हैं।
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