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बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञान

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2743
आईएसबीएन :0

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बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञान - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- सामान्यीकृत चिन्ता विकृति क्या हैं? इसके कारणों को बताइये।

अथवा
सामान्यीकृत चिन्ता विकृति क्या है? इसके कारणों तथा उपचारों का वर्णन कीजिए।
अथवा
सामान्य चिन्ता विकृति के नैदानिक स्वरूप एवं कारणों का वर्णन कीजिये।

सम्बन्धित लघु उत्तरीय प्रश्न
1. सामान्यीकृत चिन्ता विकृति का उपचार बताइए।
2. सामान्यीकृत चिन्ता विकृति के कारणों पर टिप्पणी लिखिए।
3. सामान्यीकृत चिन्ता विकृति क्या है ? इसके लक्षण बताइये।

उत्तर-

सामान्यीकृत चिन्ता विकृति
(Generalized Anxiety Disorder or GAD)


सामान्यीकृत चिन्ता विकृति, चिन्ता विकृति का एक प्रकार है जिस पर बाद में विशेष ध्यान दिया गया। इस विकृति में रोगी चिरकालिक अवास्तविक या अत्यधिक चिन्ता से ग्रसित रहता है। इस प्रकार की चिन्ता को स्वतन्त्र प्रवाही चिन्ता (Free - floating anxiety) भी कहते हैं। GAD से ग्रसित व्यक्ति हमेशा तनाव, चिन्ता तथा बिखरित अवास्तविकता की दुनिया में होता है।

अगर किसी व्यक्ति के गत छः माह ऐसे बीते हों जिसमें अधिकतर अवधि में उसे अवास्तविक तथा अत्यधिक चिन्ता बनी रही हो तो उसे निश्चित रूप से GAD का रोगी कहा जायेगा।

सामान्यीकृत चिन्ता विकृति
के कारक / कारण

(Etiology of Generalized
Anxiety Disorder)

GAD के कई कारक हैं जिनमें से निम्नांकित प्रमुख हैं-

1. जैविक कारक (Biological Factors) - एकांकी जुड़वाँ बच्चों में भ्रांतीय जुड़वां बच्चों की अपेक्षा यह विकृति अधिक होती है। टारग्रेसन (1984) के अपने अध्ययन में GAD के लिये एकांकी जुड़वाँ बच्चों में सुसंगतता दर पायी गयी। अध्ययनों के आलोक में कह सकते हैं कि GAD का आधार आनुवंशिक है।

2. मनोविश्लेषणात्मक कारक (Psychoanalytic Factors) - इस कारक के अनुसार अहम् की इच्छा एवं उपाहं की इच्छा में अचेतन संघर्ष के कारण GAD की उत्पत्ति होती है । उपाहं (Id) की इच्छाएँ अपनी अभिव्यक्ति चेतन में चाहती हैं लेकिन अहम्, उसकी अभिव्यक्ति पर रोक लगा देता है ।

3. अधिगम से सम्बन्धित कारक (Factors related to Learning) - GAD को वातावरण के बाह्य उद्दीपक से सम्बन्धित माना गया है। वोल्प ने इस बात का समर्थन किया। GAD में व्यक्ति की चिन्ता बाध्य उद्दीपक से अनुबन्धित होती है और ऐसे उद्दीपकों का परास (Range) काफी विस्तृत होता है।

4. संज्ञानात्मक व्यवहारात्मक कारक Cognitive-behavioural Factors) - इसमें GAD के प्रमुख कारण के रूप में नियन्त्रण तथा निःसहायता पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। बारलों के अनुसार, “GAD में रोगी धमकीपूर्ण परिस्थितियों को अपने नियन्त्रण से परे मानता है जिससे उनमें सतत तथा असतत् चिन्ता होने लगती है।"

सामान्यीकृत चिन्ता विकृति का उपचार
(Treatment of Generalized
Anxiety Disorder)

GAD के उपचार के लिये निम्नांकित दो प्रकार की प्रविधियाँ प्रयोग मे लायी जाती हैं-

1. जैविक या मेडिकल प्रविधि (Biological or Medical Techniques) - अध्ययनों से स्पष्ट हुआ है कि चिन्ता विरोधी औषधि (Anti- anxiety drug) लेने से GAD के लक्षणों में काफी कमी आती है । परन्तु औषधि का प्रयोग बन्द कर देने से लक्षण पुनः लौट आते हैं। इस कारण सिर्फ चिन्ता विरोधी औषधि द्वारा GAD का उपचार संभव नहीं है।

2. संज्ञानात्मक व्यवहारात्मक चिकित्सा (Cognitive Behavioural Therapy or CBT) - CBT द्वारा GAD के रोगियों का उपचार सफलतापूर्वक किया जा सकता है। बटलर तथा उनके सहयोगियों ने तीन प्रतिबन्धों द्वारा GAD का उपचार किया और पाया कि CBT द्वारा उपचार सबसे ज्यादा प्रभावशाली सिद्ध हुआ।

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