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बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञान

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2743
आईएसबीएन :0

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बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञान - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- बौद्धिक अक्षमता के सामान्य कारणों पर प्रकाश डालें।

अथवा

मानसिक दुर्बलता के सामान्य हैतुकी का वर्णन कीजिए।

सम्बन्धित लघु उत्तरीय प्रश्न
1. बौद्धिक अक्षमता के सांस्कृतिक - पारिवारिक कारक किस प्रकार प्रभावित करते हैं? संक्षिप्त व्याख्या कीजिए।

उत्तर-

बौद्धिक अक्षमता के नैदानिक प्रकार का जहाँ तक प्रश्न है इनके कारण तुलनात्मक रूप से अधिक स्पष्ट होते हैं। नैदानिक मनोवैज्ञानिकों ने इसके स्वरूप को स्पष्ट करने के लिए बौद्धिक अक्षमता के कुछ सामान्य कारणों पर प्रकाश डाला है, जिनमें निम्नांकित प्रमुख हैं -

1. गंभीर संक्रमण - जब शिशु जन्म के तुरंत बाद या गर्भावस्था में ही किसी प्रकार के गंभीर संक्रमण से ग्रसित हो जाता है, तो इससे मस्तिष्क का सामान्य विकास अवरुद्ध तथा मन्द पड़ जाता है और उसमें विभिन्न स्तर की मानसिक दुर्बलता उत्पन्न होती है।

2. नशा - जब माताएँ गर्भावस्था में कुछ नशा करती हैं या वे कुछ औषधियों का नियमित रूप से सेवन करती हैं तो इससे भ्रूण की मानसिक अवस्था प्रभावित हो जाती है और उसमें मानसिक दुर्बलता उत्पन्न हो जाती है। गर्भावस्था में एल्कोहल, कोकेन, तम्बाकू, मैरीजुआना, कुनैन, असैनिक, लीड तथा कार्बन मोनोक्साइड से उत्पन्न नशा प्रायः शिशुओं में मानसिक दुर्बलता उत्पन्न करने में सक्रिय भूमिका निभाते हैं।

3. क्रोमोजोम्स के रचना संबंधी दोष - सामान्यतः एक सामान्य व्यक्ति में क्रोमोजोम्स की संख्या 46 अर्थात् 23 युग्म होते हैं। मानसिक दुर्बलता के कुछ प्रकारों में क्रोमोजोम्स की संख्या कम या अधिक पायी गयी है, जैसे- डाउन संलक्षण में क्रोमोजोम्स की संख्या 47 होती है एवं टर्नर संलक्षण में क्रोमोजोम्स की संख्या 45 होती है।

4. चयापचय वर्द्धन एवं आहार की अनुपयुक्ता - मानसिक दुर्बलता के लक्षण उन बालकों में स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं जिनमें चयापचय, वर्द्धन एवं आहार से संबंधित गड़बड़ियाँ होती हैं। PKU जैसे मानसिक दुर्बलता का कारण प्रोटीन चयापचय की गड़बड़ी होती है। थायराइड ग्रन्थि के स्राव में कमी से बौनापन पर हाइपोथायरडिज्म जैसी मानसिक दुर्बलता उत्पन्न होती है।

5. मस्तिष्क के अंगों की क्षति - इस तरह की क्षति पूर्व प्रसूति अवस्था तथा जन्म के बाद की अवस्था दोनों में ही हो सकती है। अध्ययनों से यह पता चला है कि जब गर्भवती महिला के गर्भाशय का यदि एक्स-रे द्वारा किरणित किया जाता है तो इससे भ्रूण को मस्तिष्क क्षति पहुँचती है और ऐसे शिशुओं के मानसिक रूप से दुर्बल होने की संभावना अधिक बढ़ जाती है।

6. सामाजिक सांस्कृतिक वंचन - कुछ विशेषज्ञों का मत है कि वातावरण - संबंधी आवश्यक तत्वों के अभाव में बच्चे संवेगात्मक रूप से उत्पन्न कुंठा या वंचन के शिकार हो जाते हैं जिनसे उनमें मानसिक दुर्बलता उत्पन्न हो जाती है। (कारसन 1988) ने अपने अध्ययन के आधार पर बतलाया है कि जब शिशु को माता-पिता के स्नेह से वंचित रह जाना पड़ता है, तो इससे भी मानसिक दुर्बलता उत्पन्न होती है।

7. सांस्कृतिक पारिवारिक कारक - मानसिक दुर्बलता का कारण सिर्फ वंचन ही नहीं होता है बल्कि बच्चे का सांस्कृतिक वातावरण भी हो सकता है। हेबर 1970 टारजन एवं आसेनवर्ग 1972 ने अपने अध्ययनों में पाया है कि जब बच्चे ऐसे पारिवारिक संस्कृति से आते हैं जिनमें बौद्धिक उत्तेजन की कमी पायी जाती है तथा परिवार गरीबी से अभिशापित होता है, तो कम-से-कम 58% बच्चे मानसिक रूप से अवश्य दुर्बल हो जाते हैं।

बौद्धिक अक्षमता के कई कारण होते हैं कई विशेषज्ञों ने कारणों का विश्लेषण किया और उन्हें दो सामान्य श्रेणियों में रखकर अध्ययन किया आंगिक कारक, ननआंगिक कारक । जिगलर तथा होडाप्प (1986) द्वारा किए गए अध्ययनों से यह स्पष्ट हुआ है कि मानसिक दुर्बलता विशेषकर बुद्धिलब्धि 50 से नीचे वाले केसेज का 25 से 50 प्रतिशत केसेज का कारण आंगिक होता है जिसमें उन्होंने करीब 300 ज्ञात जैविक कारकों को महत्वपूर्ण बतलाया है। बाकी 50 से 75 प्रतिशत केसेज का कारण ननआंगिक बतलाया है जिसमें सामाजिक-सांस्कृतिक कारकों की भूमिका अहम होती है।

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