बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-4 भूगोल बीए सेमेस्टर-4 भूगोलसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-4 भूगोल - सरल प्रश्नोत्तर
स्मरण रखने योग्य महत्त्वपूर्ण तथ्य
सामाजिक, संगठनात्मक, तकनीकी और उत्पादन सम्बन्धी संदर्भों में कृषिगत स्वरूप के विश्लेषण को कृषि प्रकारिकी कहा जाता है।
विश्व में प्रमुख व कृषि पद्धतियाँ और तकनीक है।
भारत में तीन प्रमुख फसलें हैं- खरीफ, रबी, जायद।
वॉन थ्यूनेन (1783-1850) एक जर्मन भूगोलवेत्ता और अर्थशास्त्री थे।
वॉन थ्यूनेन का मॉडल जर्मनी में एक कृषि क्षेत्र के अध्ययन पर आधारित है।
बाजार से भीतरी इलाकों की बढ़ती दूरी के साथ भूमि का किराया घटता जाता है। वॉन थ्यूनेन ने बाजार के चारों ओर 6 कृषि क्षेत्रों को विभाजित किया है।
परिवहन, परिरक्षण और पैकेजिंग क्षेत्र में तकनीकी प्राप्ति के कारण दूर से खराब दिखने वाली और भारी वस्तुएँ आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं।
'आर्थिक किराया' की अवधारणा रिकार्डो ने दी।
'स्थानीय किराए' की अवधारणा वॉन थ्यूनेन ने दी।
कृषि भूमि उपयोग मॉडल वॉन थ्यूनेन मॉडल है।
स्वर्ण क्रांति बागवानी और शहद से सम्बन्धित है।
भारत में हरित क्रान्ति की शुरुआत 1960 के दशक में हुई थी।
बहुराष्ट्रीय निगमों (MNC) के उत्पादन पर नियंत्रण दो से अधिक देशों में हो सकता है।
गरीबी का विस्तार, ग्रीन सूचकांक, जीवन स्तर आर्थिक विकास का मापक है।
स्थानांतरित कृषि का अन्य नाम झूम है।
भारत में जिप्सम और चाँदी के अयस्क का एक बड़ा हिस्सा राजस्थान में निकाला जाता है।
उत्तर प्रदेश राज्य भारत में खाद्यान्न का सबसे बड़ा उत्पादक है।
कोलार गोल्ड फील्ड कर्नाटक में स्थित है।
'वॉन थ्यूनेन मॉडल' कृषि क्षेत्र पर आधारित है।
कृषि अवस्थिति के वॉन थ्यूनेन मॉडल में 6 छल्ले पाए जाते हैं।
'द आइसोलेटेड स्टेट' पुस्तक वॉन थ्यूनेन द्वारा लिखी गई।
व्यापक खेती वह कृषि कार्य पद्धति है जिसमें एक वर्ष में दो से कम उपजें काटी जाती हैं।
कृषि अवस्थिति का सिद्धान्त वॉन थ्यूनेन ने प्रतिपादित किया।
OEEC पावर प्लांट स्थापित करने के लिए समुद्र की ऊपरी परतों और गहरी परतों के बीच तापांतर 20°C होना चाहिए।
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