बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-4 भूगोल बीए सेमेस्टर-4 भूगोलसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-4 भूगोल - सरल प्रश्नोत्तर
स्मरण रखने योग्य महत्वपूर्ण तथ्य
मछलियों का भोजन लैन्कटन (Plankton) वनस्पति है। यह वनस्पति छिछले समुद्रों में पायी जाती है।
नदियों के मुहानों में लैन्कटन नामक छोटे-छोटे जीव और पौधों के लिए नाइट्रोजन, कार्बन डाईआक्साइड तथा खनिज लवण प्रचुर मात्रा में प्राप्त हो जाते हैं।
जहाँ पर गर्म और ठण्डी समुद्री धारायें मिलती हैं, वे स्थान मछलियों के रहने के मुख्य स्थान होते हैं।
पकड़ी मछलियों को अधिक समय तक सुरक्षित रखने के लिए नवीन जानकारी की आवश्यकता पड़ती है।
मछलियों को पकड़ने के क्षेत्रों से उपभोग के केन्द्रों तक पहुँचाने के लिए शीघ्रगामी यातायात के साधनों का होना।
पकड़ी गयी मछलियों के लिए निकटवर्ती क्षेत्रों में निरन्तर माँग बनी रहनी चाहिए।
मछली पकड़ने के लिए स्टीमरों, जहाजों के ठहरने के लिए कटे-फटे स्थान सागरों एवं खाड़ियों में होने चाहिए।
विकसित नाविक कला का होना।
जापान प्रमुख मछली उत्पादक देश है। यह क्षेत्र ताइवान से लेकर उत्तर में पूर्वी साइबेरिया तक विस्तृत है।
उत्तरी-पूर्वी एशिया के तटीय क्षेत्र या उत्तरी-पूर्वी प्रशान्त में जापान मत्स्य उत्पादन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यहाँ विश्व की लगभग 13% मछलियाँ पकड़ी जाती हैं।
जापान एक-द्वीपीय देश है तथा चारों तरफ से जल से घिरा है, जिसमें बहुतायत में मछलियाँ पनपती हैं।
जापान में मत्स्य उद्यम को सरकारी सहयोग एवं संरक्षण प्राप्त है।
यहाँ की जलवायु शीतोष्ण है। अतः मछलियाँ शीघ्र नष्ट नहीं होती हैं। सागरीय जल से मत्स्य उत्पादन भी होता है।
समुद्र में पलने वाले जीव-जन्तुओं को साधारणतया पाँच वर्गों में बाँटा जाता है सागरीय मत्स्यों की लगभग 40 हजार प्रजातियाँ पायी जाती हैं।
प्रत्येक प्रजाति की मछली के अपने विशेष परिस्थान तथा विशेष आखें होती हैं।
हेरिंग, सार्डिन, स्नैपर, वास, सालमन आदि मछलियों का अधिक उपयोग होता है।
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