बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-2 शारीरिक शिक्षा - खेल संगठन एवं प्रबन्धन बीए सेमेस्टर-2 शारीरिक शिक्षा - खेल संगठन एवं प्रबन्धनसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-2 शारीरिक शिक्षा - खेल संगठन एवं प्रबन्धन - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- शारीरिक शिक्षा के बजट में ध्यान रखने वाली प्रमुख बातों का वर्णन कीजिये।
अथवा
क्रीड़ा नीधि के इस्तेमाल की नियमावली की व्याख्या कीजिये।
उत्तर -
(Main Factors Consider in Physical Education Budget)
बजट के निर्माण के दौरान शारीरिक शिक्षा का प्रशासक अन्य अनुभवी लोगों के विचारों का भी उपयोग करता है लेकिन विद्यालय के अन्दर एकमात्र विषय का विशेषज्ञ होने के कारण सभी उत्तरदायित्व सम्बन्धित भार अकेले वहन करता है। क्योंकि यदि बजट पूर्ण रूप से सफल हो जाता है, तो सभी सदस्यगण यही कहते हैं कि अमुक सुझाव हमारा ही था लेकिन जब वह असफल होने की सम्भावना होती है तो सभी सदस्यगण यही कहते हैं कि मैं इस विषय का जानकार नहीं हूँ, मैंने तो केवल अपने अनुभव के आधार पर सुझाव दिया था, जो विषय के विशेषज्ञ हों वो जाने इस समस्या को। ऐसी स्थिति में इन तमाम प्रकार की बातों से बचने के लिए शारीरिक शिक्षा के शिक्षक को बजट के निर्माण के समय कुछ प्रमुख बातों पर ध्यान देना अति आवश्यक है। ध्यान देने वाली प्रमुख बातों का उल्लेख निम्न प्रकार है-
(1) कैश बुक का प्रयोग - शारीरिक शिक्षा के शिक्षक एवं प्रशासक को खर्चों के सन्दर्भ में प्रतिदिन के व्यय का उल्लेख स्पष्ट रूप से अलग एक रजिस्टर में करना चाहिए। लेकिन पुनः यहाँ कैश बुक के प्रयोग की ओर शारीरिक शिक्षा के प्रशासक का ध्यान आकर्षित किया गया है और इस कैश बुक से अभिप्राय यह है कि इस कैश बुक में सम्पूर्ण क्रिया-कलापों का ऐसा उल्लेख होना चाहिए, जिसमें यह लिखा हो कि अमुक समय यह कार्य चलेगा और इस कार्य को सम्पन्न करने हेतु इतने धनराशि को खर्च किया जायेगा और यदि शारीरिक शिक्षा का प्रशासक ऐसी ही कुछ कैश बुक का प्रयोग करता है तो उसको समय-समय पर काफी लाभ प्राप्त होने की सम्भावना बनी रहती है और वह अन्य लोगों को भी सही समय से सही दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित भी कर सकता है।
(2) सामानों के खरीद के समय टेण्डर का प्रयोग - शारीरिक शिक्षा के प्रशासक को सदैव इस बात का ध्यान देना चाहिए कि जब भी कोई सामान खरीदा जाय तो उस समय उसको टेण्डर के प्रयोग के बगैर न खरीदा जाय। लगभग प्रत्येक वर्ष शारीरिक शिक्षा एवं खेल-कूद विभाग के अन्दर विषय से सम्बन्धित कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाने के लिए तमाम प्रकार के उपकरणों को बाजार से खरीदा जाता है। लेकिन जब भी कोई सामान खरीदा जाता है तो टेण्डर का प्रयोग किया जाता है। यहाँ टेण्डर से अभिप्राय यह है कि एक ही सामान की सही कीमत की जानकारी के लिए कई दुकानों से सम्पर्क स्थापित किया जाता है एवं उन सभी दुकानों को यह सूचना दी जाती है कि हमारे विद्यालय में अमुक-अमुक सामानों की आवश्यकता है कृपया आप उन सामानों की कीमत लिख कर विद्यालय में भेजे। उन सम्पूर्ण कागजों का अवलोकन शारीरिक शिक्षा का प्रशासक बड़े सूक्ष्म ढंग से करता है एवं अपने पूर्व अनुभव, सामान की कीमत, एवं विद्यालय के बजट के आधार पर आवश्यक सामानों को खरीदने के लिए दुकानदारों को सूचित करता है। यदि शारीरिक शिक्षा का शिक्षक अथवा प्रशासक टेण्डर का प्रयोग नहीं करता है, तो उसको स्वयं कभी-कभी नुकसान होने की सम्भावना बनी रहती है एवं बाहर के अन्य लोग भी यह कह सकते हैं कि घोटाले बाजी करने के लिए अमुक शारीरिक शिक्षा का प्रशासक कभी भी टेण्डर का प्रयोग नहीं करता है।
(3) प्रतिदिन के खर्चों का उल्लेख - शारीरिक शिक्षा के शिक्षक अथवा प्रशासक को प्रतिदिन के खर्च के सन्दर्भ में स्पष्ट रूप से उल्लेख करना चाहिए जिससे भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर उसका मूल्यांकन किया जा सके जबकि दूसरी तरफ यदि प्रतिदिन के खर्चों का उल्लेख अलग एक जगह लिखा रहता है तो शारीरिक शिक्षा के प्रशासक को यह स्पष्ट जानकारी प्राप्त होती रहती है कि अमुक कार्य को सम्पन्न करने के लिए इतनी मात्रा में धन खर्च किया जा चुका है। शारीरिक शिक्षा का प्रशासक यदि प्रतिदिन के सम्पूर्ण खर्चों को साफ-साफ लिखने में असफल हो जाता है तो उसको दो समस्याओं का बराबर सामना करना पड़ता है। उन दो समस्याओं में प्रथम यह है कि उसको कभी भी यह स्पष्ट पता नहीं लग पाता है किस पर कितना धन खर्च हो गया है जिसके कारण किसी कार्य पर अधिक एवं किसी कार्य पर कम धन खर्च करने की सम्भावना बराबर बनी रहती है और द्वितीय समस्या यह है कि कभी भी कोई व्यक्ति यह कह सकता है कि शारीरिक शिक्षा का शिक्षक एवं प्रशासक है। इन समस्याओं से बचने के लिए शारीरिक शिक्षा के प्रशासक को चाहिए कि प्रतिदिन के खर्च को एक रजिस्टर पर साफ-साफ लिखे जिससे भविष्य में उसका मूल्यांकन किया जा सके।
(4) प्रत्येक खर्चों का रसीद एवं रसीदों का एकत्रीकरण - शारीरिक शिक्षा के प्रशासक को चाहिए कि वह जो भी धनराशि बजट के अनुसार खर्च कर रहा है उन सभी धन को जिस कार्य के सम्पन्न करने में लगा रहा है उसकी अलग-अलग रसीद बनवाना चाहिए एवं सम्पूर्ण रसीदों को एक फाईल में एकत्र करना चाहिए। यदि शारीरिक शिक्षा का शिक्षक धन को विभिन्न कार्यों के सन्दर्भ में खर्च करता है एवं उसका उल्लेख भी प्रतिदिन के रजिस्टर में करता है लेकिन उससे सम्बन्धित रसीदों को नहीं रखता है एवं सम्पूर्ण रसीदों का संकलन सही ढंग से करने में असमर्थ हो जाता है तो प्रतिदिन वाले रजिस्टर का कोई महत्व - नहीं रह जाता है। साथ ही साथ लोग भ्रष्टाचार एवं कभी-कभी उसको गबन के मुकदमें में फंसने की पूर्ण सम्भावना बनी रहती है। इसीलिए शारीरिक शिक्षा के शिक्षक को रसीदों का एकत्रीकरण सही ढंग से करना चाहिए।
(5) अपने पास आवश्यकतानुसार धन रखना - शारीरिक शिक्षा का प्रशासक स्वयं बजट का निर्माण करता है, जिसके कारण बजट के दोनों प्रमुख तत्त्वों (आय एवं व्यय) के सन्दर्भ में उसको पूर्ण जानकारी रहती है कि अमुक-अमुक स्रोत से धन को एकत्र किया गया है एवं अमुक-अमुक कार्य पर धन को खर्च करना है और विषय का विशेषज्ञ अकेला होने के कारण लगभग अधिकांश कार्य अकेले ही सम्पन्न करता है। ऐसी स्थिति में कार्यों को सम्पन्न करने के बराबर धन की आवश्यकता बनी रहती है लेकिन शारीरिक शिक्षा के प्रशासक को अपने पास इतना ही धन रखना चाहिए जितना कि उसको उस समय आवश्यक है। यदि शारीरिक शिक्षा का प्रशासक अपने पास अत्याधिक धन रखता है तो अन्य लोगों को बराबर यही शंका बनी रहती है कि शारीरिक शिक्षा एवं खेल-कूद विभाग से अकेले रहने के कारण अत्यधिक पैसा खर्च कर रहे हैं। इन्हें कोई बोलने वाला नहीं है। जब दूसरी तरफ पास से अधिक पैसा रहने पर अधिक खर्च होने की पूर्ण सम्भावना बनी रहती है क्योंकि ऐसी स्थिति में कोई भी व्यक्ति अपने ऊपर पूर्ण रूप से नियन्त्रण नहीं रख सकता है।
(6) अग्रिम भुगताने पर ध्यान - शारीरिक शिक्षा के प्रशासक को बजट को नियन्त्रण में रखने के लिए सदैव अग्रिम भुगतान पर विशेष ध्यान रखना चाहिए। यहाँ अग्रिम भुगतान से अभिप्राय यह है कि किसी कार्य को सम्पन्न करने से पूर्व कार्य हेतु भुगतान ( धनराशि का ) कर देना। शारीरिक शिक्षा के प्रशासक को सदैव सम्पूर्ण कार्य अपने देख-रेख में सम्पन्न कराने का प्रयास करना चाहिए एवं समय-समय पर लगने वाले धनराशि को भी उसी क्रम सें भुगतान कराना चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि शारीरिक शिक्षा का प्रशासक खेल के मैदान की मरम्मत ठेकेदारों के माध्यम से करा रहा है तो प्रशासक को स्वयं सम्पूर्ण कार्यों का अवलोकन एवं निरीक्षण करना चाहिए एवं आवश्यक धनराशि का भुगतान करना चाहिए और यदि शारीरिक शिक्षा का शिक्षक कार्यों को सम्पन्न किये बगैर धन का भुगतान करता है तो स्वयं उसी को विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। प्रायः यह देखा जाता है कि अग्रिम भुगतान के पश्चात् कार्य सम्पूर्ण नहीं हो जाता है।
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