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बीए सेमेस्टर-2 चित्रकला - कला के मूल तत्व

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :144
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2728
आईएसबीएन :0

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बीए सेमेस्टर-2 चित्रकला - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- ललित एवं उपयोगी कलाओं में अन्तर स्पष्ट कीजिये।

उत्तर -

ललित एवं उपयोगी कलाओं में अन्तर

क्र.सं. ललित कलायें उपयोगी कलायें
1.
ललित कलाओं का सम्बन्ध मनुष्य के सांस्कृतिक विकास भावों की सौन्दर्यात्मक अभिव्यक्ति व लोकोत्तर जीवन से है। उपयोगी कलाओं का सम्बन्ध सभ्यता के क्रमिक विकास व लौकिक जीवन से है।
2.
ललित कलायें हमारी मानसिक आवश्यकताओं की संपूर्ति करती है। उपयोगी कलायें हमारी दैनिक जीवन की भौतिक आवश्यकताओं की पूर्ति करती है उपयोगी कलायें मनुष्य के भौतिक जीवन के अभावों की पूर्ति करती है।
3.
लालित कलायें मनुष्य के जीवन को आत्मिक आनन्द व सुख से भर देती है। उपयोगी कलाओं का व्यवहार पूर्णतया व्यवसायिक है व केवल भौतिक जगत से ही सम्बन्धित है।
4.
ललित कलायें मनुष्य को ऐसी स्थिति से मिलाती है जिसे परम सत्य या परमानन्द की स्थिति कहा जा सकता है। उपयोगी कलायें मनुष्य के भौतिक जीवन को सजाती सवारती है व जीवित रखती है
5.
ललित कलाये आनन्द की निधि व परलौकिक सौन्दर्य की संवाहक है, जो लोकोत्तर जीवन को सवारती है। उपयोगी कलाओं का मूल उद्देश्य उत्पादक व उपभोक्ता के मध्य सेतु का कार्य करना है
6.
ललित कलायें कल्पना के सहयोग से रूप का सृजन ही इन कलाओं का सार है। यह व्यवसाय, उत्पादक एवं बिक्री से सम्बन्धित है।

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