बी एड - एम एड >> बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-B - मूल्य एवं शान्ति शिक्षा बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-B - मूल्य एवं शान्ति शिक्षासरल प्रश्नोत्तर समूह
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बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-B - मूल्य एवं शान्ति शिक्षा
प्रश्न- संवैधानिक मूल्य एवं शिक्षा पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर-
संवैधानिक मूल्य एवं शिक्षा - संवैधानिक मूल्यों की सहायता से मनुष्य एक सुसंस्कृत नागरिक में परिवर्तित हो जाता है। प्रत्येक देश में नागरिकता के गुणों को एक जीवंत मापदंड में मापकर कुछ नियम बनाए गए हैं। जिनको संवैधानिक नियम कहते हैं एवं जिनका पालन प्रत्येक नागरिक हेतु अति आवश्यक होता है। जैसे -
- प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह संविधान का पालन करे।
- राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले आदर्शों को हृदय में संजोकर रखे।
- भारत की संप्रभुता, अखंडता एवं एकता की रक्षा करे।
- सामाजिक असमानताओं की गौरवशाली परंपराओं का महत्व समझे।
- प्राकृतिक पर्यावरण का संरक्षण करे एवं उसकी रक्षा करे।
- वैज्ञानिक दृष्टिकोण एवं ज्ञानार्जन की भावना का विकास करे।
इन संवैधानिक नियमों का पालन प्रत्येक नागरिक के लिए अत्यावश्यक एवं अपेक्षित है। जो व्यक्ति अपने देश के नियमों का पालन नहीं करते वे उचित दंड के भागीदार बनते हैं।
प्रश्न यह है कि क्या? शिक्षा सम्पूर्ण विश्व में दी जानी चाहिए? जब नैतिकता के पथ से पूर्णतः मानव जाति विमुख होती जा रही है, तो मूल्य शिक्षा को सम्पूर्ण विश्व में समान रूप से दिया जाना श्रेष्ठकर होगा।
अतः शिक्षा प्रणाली में वर्तमान युग में प्रारंभ से ही मूल्य शिक्षा को प्रदान किया जाना चाहिए, जिससे बालकों के विचारों की नींव में प्रारंभ से ही जीवन हेतु आवश्यक मूल्य और उदाहरण प्रदान किया जा सके। जिससे जातीय मानवता का स्वस्थ अंतःस्फूर्त एवं विकासशील रूप विकसित हो सके।
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