बी एड - एम एड >> बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-A - समावेशी शिक्षा बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-A - समावेशी शिक्षासरल प्रश्नोत्तर समूह
|
5 पाठक हैं |
बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-A - समावेशी शिक्षा
प्रश्न- समावेशी शिक्षा में अध्यापक की भूमिका का वर्णन कीजिए।
उत्तर -
डॉ. राधाकृष्णन के अनुसार, "अध्यापक का समाज में स्थान बहुत महत्वपूर्ण है। वह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को बौद्धिक, सांस्कृतिक और तकनीकी कौशलों को पहुँचाने में मुख्य भूमिका अदा करता है और समाज के दीपक को जलाए रखने में मदद करता है।"
समावेशी विद्यालयों में अध्यापक की भूमिका एवं उत्तरदायित्व को निम्न रूप से लिखा जा सकता है—
(i) बच्चों के शारीरिक, संज्ञानात्मक, भावनात्मक एवं संवेदनशील विकास के लिए उचित अवसर प्रदान करना।
(ii) बच्चों को उनकी योग्यताओं को विकसित करने हेतु सहयोग प्रदान करना।
(iii) सामान्य बच्चों की, बाधित बच्चों को सहयोग देने के लिए तैयार करना।
(iv) सामान्य एवं बाधित बच्चों के बीच मधुर सम्बन्ध बनाना।
(v) बच्चों में आत्म-विश्वास जगाना एवं उन्हें जीवन की चुनौतियों के लिए तैयार करना।
(vi) बाधित बच्चों के कल्याण के लिए काम कर रहे व्यवसायिकों से सम्पर्क बनाए रखना।
(vii) सामान्य एवं बाधित दोनों प्रकार के बच्चों को समान पाठ्यक्रम उपयोग करने के लिए प्रेरित करना।
(viii) कक्षा-कक्षा गतिविधियों में प्रत्येक बच्चे को प्रतिभाशाली के अवसर प्रदान करना।
(ix) बाधित बच्चों की समस्याओं को समझने में अभिभावकों, शिक्षकों की सहायता करना।
(x) बच्चों को मानसिक विभिन्नताओं को समझना एवं स्वीकार करना।
|