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बी एड - एम एड >> बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-A - समावेशी शिक्षा बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-A - समावेशी शिक्षासरल प्रश्नोत्तर समूह
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बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-A - समावेशी शिक्षा
प्रश्न- समावेशी विद्यालय में सहायक सेवाओं की क्या आवश्यकता है? संक्षेप में लिखिए।
उत्तर:
समावेशी विद्यालयों में सहायक सेवाओं के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना आवश्यक है—
- परिवारों को स्कूल की सभी कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए आमंत्रित करना।
- अभिभावकों एवं स्कूल के बीच दो-मार्गीय संचार के विभिन्न रूपों जैसे—वेबसाइट, ई-मेल, बुलेटिन-board, समाचार पत्र आदि के माध्यम से प्रोत्साहित देना।
- समय-समय पर अभिभावकों के साथ सम्मेलनों का आयोजन करना तथा उन्हें उनके बच्चों की समस्याओं संबंधी जानकारी देना।
- असमर्थ बच्चों के अभिभावकों को समर्थ बच्चों के अभिभावकों के साथ सभी को व्यवस्थित करना।
- अभिभावकों तथा विभिन्न समितियों जैसे—स्कूल परिषद, पी.टी.ए. तथा नेतृत्व टीम के बीच सामंजस्य तथा संचार का प्रबंध करना।
- ऐसी क्रियाओं का नियोजन करना जहाँ माता-पिता, शिक्षक तथा समुदाय के सदस्य अच्छे प्रकार से एक-दूसरे को जान सकें।
- अभिभावकों को समुदाय तथा सहकारी एजेंसियों के साथ जोड़ना, ताकि अधिकतर परिवार इन सेवाओं की प्राप्त कर सकें।
- स्कूल तथा समुदाय में अभिभावकों तथा परिवार प्रोत्साहन केंद्रों की स्थापना करना, जहाँ अभिभावक अपने बच्चे के विकास एवं सहायक सेवाओं की जानकारी प्राप्त कर सकें।
- प्रतिपुष्टि प्रणाली को विकसित करना ताकि अभिभावकों एवं अध्यापकों को लगातार प्राप्त होने वाली सूचनाओं की जानकारी प्राप्त हो।
- परिवार साक्षरता कार्यक्रमों के विकास करना, जो स्कूल सदस्यों को सीखने के बजाए परिवारों को सिखाएँ।
समावेशी शिक्षा असमर्थताओं से निपटने के लिए तथा उनके साथ व्यवहार के लिए व्यावसायिक तथा अभिभावकों का प्रमुख होना चाहिए। जब वे मिलकर काम करते हैं, तो बच्चे का समुचित विकास संभव है। समावेशी शिक्षा की सफलता किसी समान निर्धारित उद्देश्य को पाने के लिए मिल जुल कर कार्य करने पर निर्भर करती है। इस शिक्षण पद्धति में स्कूल, प्रशासन, अभिभावकों, विशेष शिक्षकों तथा समुदाय के बीच सलाह एवं सहभागिता एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।
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