बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण
प्रश्न- मौखिक, लिखित एवं वीडियो सेशन श्रवणता को प्रभावित करने वाले घटक समझाइये।
उत्तर -
(Factors Affecting Oral Listening)
श्रवणता निम्नलिखित तीन प्रकार की हो सकती है -
• मौखिक श्रवणता,
• लिखित श्रवणता,
• वीडियो सेशन श्रवणता।
अतः प्रभावी श्रवणता पर प्रभाव डालने वाले घटकों को उपरोक्त प्रकारों के आधार पर बाँटकर समझाया जा सकता है।
(Factors Affecting Oral Listening)
मौखिक श्रवणता को श्रवणता का ऐसा रूप माना जाता है, जिसमें श्रवण को मौखिक रूप में प्राप्त किया जाता है जब संदेश प्राप्तकर्ता के संदेश को सुनता है, एवं इसे लिखता नहीं है, तो ऐसी प्रक्रिया मौखिक श्रवणता कहलाती है। इसे प्रभावित करने वाले तत्व इस प्रकार हैं।
1. अवरोधों को हटाना (Removal of Barriers) - श्रवणता के अनेक अवरोध श्रोता द्वारा स्वयं ही उत्पन्न किये जाते हैं। उदाहरण सुनते समय अखबार पढ़ना, घड़ी पर देखना, कहीं और देखना इत्यादि। इन अवरोधों को दूर करना आवश्यक होता है।
2. धैर्यवान बनें (Be Patiener) - संदेश प्रेषक को समुचित समय दिया जाना चाहिये, ताकि वह जो कहना चाहता है, उसे पूर्णरूप से स्पष्ट कर सके तथा बीच-बीच में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिये।
3. तर्क-वितर्क एवं आलोचना शान्ति से करना (Argument and Criticism with Relax Manner) - आप का प्रश्न पूछने तर्क-वितर्क करने व आलोचना करने का अधिकार है, परन्तु इसमें भी शान्ति रखनी आवश्यक है। श्रोता को वक्ता के तर्क को ध्यान में रखते हुए उसमें आवश्यक सुधार करना आवश्यक होगा।
श्रोता को बोलने की अपेक्षा सुनने पर अधिक ध्यान देना चाहिये। स्पष्ट व गहन रूप से समझने के लिये कथन सुनते समय बोलना नहीं चाहिये।
4. यह प्रदर्शित करें कि आप सुनना चाहते हैं (Show that you want to Listen) - श्रोता को वक्ता के समक्ष यह प्रदर्शित करना चाहिये कि वह संदेश प्राप्त करना चाहता है एवं उसे समझना चाहता है।
प्रभावी लिखित श्रवणता पर प्रभाव डालने वाले घटक (Factor affecting Effective Written Listening) - लिखित श्रवणता श्रोता संदेश की मुख्य बातों को लिखता है। इसके लिये वह एक डायरी व पैन को तैयार रखता है। इसे प्रभावपूर्ण बनाने के लिये निम्न तत्वों का ध्यान दिया जाय
1. श्रवण पर ध्यान (Attention on Listening) - श्रोता को वक्ता द्वारा कही जा रही बात पर पूरा ध्यान रखना चाहिये।
2. महत्वपूर्ण बिन्दुओं को लिखना (Writing of Important Points) - आपको सुनते समय अनावश्यक रूप से सभी बातों को लिखना प्रारम्भ नहीं करना चाहिये, केवल महत्वपूर्ण बिन्दुओं को ही लिखना चाहिये क्योंकि कोई भी व्यक्ति उतनी गति से नहीं लिख सकता जितनी गति से बोला जा सकता है।
वार्तालाप के अन्त में श्रोता को यह जाँच कर लेनी चाहिये कि क्या उसने सभी महत्वपूर्ण बिन्दुओं को लिख लिया है अथवा नहीं।
(Factors Affecting Effective Video Session Listening)
वीडियो सेशन श्रवणता, श्रवणता की तकनीक संदेश को दृश्य साधनों द्वारा प्राप्त किया जाता है। इसके अन्तर्गत श्रोता दृश्य साधन के सामने बैठकर संदेश प्राप्त करता है। इसे प्रभावपूर्ण बनाने के लिये निम्न तत्वों को ध्यान में रखना चाहिए।
1. श्रोता को दृश्य साधन ध्यान से देखना चाहिये एवं उसमें निहित संदेश को पूर्ण रूप से समझने का प्रयास करना चाहिये।
2. वेयने ग्रेटजकी के अनुसार, "मैं उस जगह दौड़कर जाता हूँ जहाँ गेंद आने वाली है, न कि वहाँ, जहाँ गेंद पहले थी। यह वीडियो सेशन श्रवणता में भी तरह से सही है। श्रोता को उस बात का पूर्वानुमान लगाना चाहिये जिसे वह सुनना चाहता है।
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