बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषणसरल प्रश्नोत्तर समूह
|
5 पाठक हैं |
बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण
अध्याय - 7
प्रभावशाली श्रवणता : सिद्धान्त तथा मौखिक, लिखित व वीडियो सेशन
श्रवणता को प्रभावित करने वाले घटक
(Effective Listening: Principles and Factors Affecting Oral,
Written and Video. Session Listening)
प्रश्न- श्रवणता से आप क्या समझते हैं? श्रवणता के प्रकार एवं प्रक्रिया बताइये।
अथवा
श्रवणता का आशय बताइये। अग्रांकित को समझाइए :
(i) श्रवणता की प्रक्रिया,
(ii) श्रवणता के प्रकार,
(iii) प्रभावी श्रवणता के मुख्य तत्व,
(iv) प्रभावी श्रवणता की बाधाएँ।
इस प्रश्न का उत्तर आगे दिये गये सम्बन्धित लघु उत्तरीय प्रश्नों के उत्तरों को मिलाने से पूरा होता है।
सम्बन्धित लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न- श्रवणता क्या है? श्रवणता के प्रकार बताइये।
अथवा
ध्यानपूर्वक श्रवण की कौन-कौन सी किस्में हैं?
उत्तर -
श्रवणता
(Listening)
श्रवणता सम्प्रेषण का अत्यन्त महत्वपूर्ण सहायक तत्व है। यह मौखिक सम्प्रेषण में अति महत्वपूर्ण होता है। सम्प्रेषण में समय का बँटवारा निम्नवत् है -
1. श्रवणता 63%
2. पढ़ना 4%
3. लिखना 11%
4. बोलना 22%
अधिकांश व्यक्ति लापरवाही से सुनते हैं। प्रभावपूर्ण श्रवणता का प्रबन्धकों हेतु विशेष महत्व है।
श्रवणता की प्रक्रिया
(Process of Listening)
इसमें निम्नांकित बातें आती हैं -
1. बोध या अनुभूति
2. विश्लेषण या निर्वचन करना,
3. मूल्याँकन करना,
4. स्मरण करना,
5. प्रतिक्रिया या अनुक्रिया व्यक्त करना।
उपरोक्त को नीचे समझाया गया है :
1. बोध या अनुभूति (Sensing) : श्रवणता की बाधाओं को हटाने हेतु हमें सुनते समय संदेश को लिखा लेना चाहिए।
2. निर्वचन करना (Interpretation) : संदेश का सही अर्थ समझने हेतु निर्वचन किया जाता है।
3. मूल्याँकन करना (Evaluating ) : इसके अन्तर्गत वक्ता के विचार का मूल्याँकन किया जाता है।
4. स्मरण करना (Remembering): इसके द्वारा संदेश को दिमाग में रखा जाता है।
5. प्रतिक्रिया (Responding ) : यह संदेश की गतिविधि है। श्रवणता के लिए शारीरिक व मानसिक गतिविधियाँ आवश्यक होती हैं।
(Types of Listening)
बिल एवं बोवी के अनुसार श्रवणता के प्रकार निम्नवत् हैं-
1. विषयगत श्रवणता (Contest Listening).
2. समीक्षात्मक श्रवणता (Critical listening),
3. तद्नुभूतिक श्रवणता (Empathime listening).
4. सक्रिय श्रवणता (active listening)।
नीचे श्रवणता के कुछ अन्य प्रकार दिये जा रहे हैं :
1. चयनित श्रवणता (Selective listening),
2. अन्तः प्रज्ञात्मक श्रवणता (Intuitive listening).
3. एकाग्र श्रवणता (Attentive listening),
4. मिथ्याकारी या दिखावटी श्रवणता (Pretending listening )।
|