बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण
प्रश्न- सामीप्य को बताइये एवं इसके महत्व की चर्चा कीजिए तथा बताइये समय भाषा क्या होता है?
अथवा
सामीप्य भाषा के प्रारूप बताइये।
उत्तर -
(Proxemics)
यह उस सम्प्रेषण विधि का अन्तर है, जिसके अन्तर्गत हम अपने आस-पास के स्थान अन्तर सम्प्रेषण का अध्ययन करते हैं। सामीप्य भाषा या स्थान अन्तर भाषा को समझने हेतु कुछ प्रयास करने होते : हैं। इसे व्यक्तिगत स्थान अन्तर भाषा ( Personal space language) भी कहा जाता है।
1. स्थान भाषा (Space Language) इसके अन्तर्गत निम्नांकित का अध्ययन किया जाता है : -
(i) सूचना स्थान अन्तर भाषा : इसके चारों ओर 18 इंच के चक्र में,
(ii) व्यक्तिगत स्थान अन्तर भाषा : 18 इंच से 4 फीट तक,
(iii) सामाजिक स्थान अन्तर भाषा : 4 फीट से 12 फीट
(iv) सार्वजनिक स्थान अन्तर भाषा : 12 फीट से अधिक
(v) स्थाई एवं अर्द्ध- स्थाई स्थान अन्तर : स्थाई स्थान अन्तर में स्थाई वस्तुओं जैसे दीवार, भवन, कोने, खिड़कियाँ आदि आती हैं।
अर्द्ध- स्थाई स्थान अन्तर के अन्तर्गत वे वस्तुएँ आती हैं, जो भौतिक रूप से परिवर्तनीय हों या जिनमें परिवर्तन किया जाना सम्भव हो।
2. समय भाषा (Time Language) : यह अन्य प्रकार का अभाषित सम्प्रेषण का प्रकार है। इसके अन्तर्गत सम्प्रेषिती को प्रदर्शित करते हुए समय के सन्दर्भ में सम्प्रेषण किया जाता है। वर्तमान में 'समय प्रबन्धन' अत्यन्त महत्वपूर्ण हो गया है।
महत्व (Importance) : समय भाषा का महत्व अग्रवत है -
(i) समय ही धन
(ii) कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान,
(iii) यह हमारी सोच को बढ़ाता है
(iv) सम्प्रेषण पर नियंत्रण स्थापित होता है -
3. परिवेश (Surrounding ) - यह सामीप्य भाषा का तृतीय रूप है। यह वातावरण में रंग एवं डिजाइन और अभिन्यास अशाब्दिक सम्प्रेषण में महत्वपूर्ण भूमिका रखते हैं क्योंकि रंग एवं उसका मिश्रण तथा अन्य वातावरण व्यक्ति के मस्तिष्क पर अविलम्ब मनोवैज्ञानिक का बोध कराते हैं।
(a) रंग सज्जा (Colour Conditioning) - रंग मानवीय भावनाओं, इन्द्रियों तथा सोचने की प्रक्रिया पर प्रभाव डालते हैं। प्रिय रंगों से न केवल सजावट बढ़ती है बल्कि ये मनुष्य के मनोविज्ञान पर भी प्रभाव डालते हैं।
(b) अभिन्यास या डिजायन (Layout and Design) - रंगों की भाँति अन्य भौतिक वातावरण, जैसे कार्यस्थल अभिन्यास, डिजायन, आन्तरिक एवं बाह्य साज-सज्जा आदि अशाब्दिक सम्प्रेषण महत्वपूर्ण भाग हैं।
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