बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण
प्रश्न- भाषा प्रतिरूप की अवधारणा समझाइये।
अथवा
'पार्श्व भाषा' को स्पष्ट कीजिए।
अथवा
भाषा प्रतिरूप से आप क्या समझते हैं? इसकी सीमाएँ बताइये।
अथवा
"भाषा प्रतिरूप अभीषिक सम्प्रेषण के अत्यन्त निकट है।' स्पष्ट कीजिए।
उत्तर -
(Para language or Para-linguistics)
पैरा (Para) का आशय 'जैसे' (like) से है। इस प्रकार भाषा प्रतिरूप (Para Language) का आशय भाषा की भाँति (like a language) है। पैरा लिंग्विस्टिक्स का आशय वक्ता के भाषित रूप (verbalisation) का अध्ययन करना है। भाषा प्रतिरूप के अन्तर्गत यह अध्ययन होता है 'किस प्रकार एक वक्ता की आवाज बोलती है।
आवाज (Voice) : आवाज हमें वक्ता के लिंग (sex) शिक्षा प्रशिक्षण, स्वभाव व पृष्ठभूमि को बताती है। आवाज स्पष्ट, संगीतमय, कृत्रिम व कर्कश (ravcous) हो सकती है।
आवाज़ के रूप में संदेश प्रेषित करते समय निम्नांकित बातों को ध्यान में रखना चाहिए -
1. श्रोता के ध्यान को आकृष्ट करने हेतु आवाज में उतार-चढ़ाव होना,
2. बोलने की गति ठीक होना,
3. अन्तराल या विराम होना,
4. आवाज की मात्रा में अन्तर होना,
5. शब्दों पर सही जोर डालना या अनुरूप स्वराघात
6. मिश्रित संकेत।
भाषा प्रतिरूप के लाभ (Advantages of Body Language) : ये अग्रवत हैं -
1. संगठन में स्थिति का अनुमान लगाना;
2. भाषा से घनिष्ठ सम्बन्ध:
3. दिमागी स्थिति की जानकारी
4. शैक्षिक महत्व।
सीमाएँ
(Limitations )
पार्श्व भाषा के दोष या सीमाएँ नीचे दिये गये हैं -
1. भाषा की भाँति न कि भाषा है,
2. अलिखित सावधानी की आवश्यकता,
3. गलत मार्गदर्शन करना,
4. मौखिक सम्प्रेषण की दशा में एकरूपता का अभाव।
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