बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण
प्रश्न- ई-सम्प्रेषण की हानियाँ बताइये।
उत्तर -
(Disadvantages of E-cómmunication)
ई-सम्प्रेषण की हानियाँ निम्नलिखित हैं-
1. कम्प्यूटर सुरक्षा का भय (Computer Security Threat ) - कम्प्यूटर सुरक्षा का भय ई-सम्प्रेषण की प्रमुख हानियों में से एक है। इस पर साइबर हमले का खतरा सदैव रहता है। इससे महत्वपूर्ण सूचनाएँ गायब हो सकती हैं।
2. विकास एवं रखरखाव की बड़ी लागत (Huge Cost of Development and Maintenance) - इलेक्ट्रॉनिक सम्प्रेषण मीडिया के विकास एवं रखरखाव के लिए अधिक धन की आवश्यकता होती है। वर्तमान में दिन-प्रतिदिन तकनीकी उन्नयन हो रहे हैं। इसलिए उपकरणों के उन्नयन एवं विकास की सदैव जरूरत बनी रहती है। इलेक्ट्रॉनिक सम्प्रेषण के नवीनतम वर्जन वाले उपकरणों की लागत बहुत ऊँची होती है।
3. व्यसन (Addiction) - इलेक्ट्रॉनिक सम्प्रेषण का एक दुगुण व्यसन या लत का होना है। लोग प्रायः मोबाइल उपकरणों पर इन्टरनेट चलाने सोशल मीडिया चैट आदि में लगकर अपना समय खराब करते हैं। कई लोग संदेशों को बार-बार देखते हैं। मोबाइल उपकरणों एवं सोशल मीडिया का व्यसन स्पष्ट रूप से इलेक्ट्रॉनिक सम्प्रेषण के प्रमुख दोषों में से एक है।
4. अन्य हानियाँ (Other Disadvantages) - उपरोक्त हानियों के अतिरिक्त इलेक्ट्रॉनिक सम्प्रेषण की कुछ हानियाँ निम्नलिखित हैं-
(i) लोगों द्वारा बार-बार अपने ई-मेल संदेश आदि देखने से कार्यस्थल पर उत्पादकता घटती है।
(ii) मशीनरी में बाधा आने से सूचनाओं को क्षति पहुँच सकती है।
(iii) सूचनाओं को गोपनीय रख पाना बहुत कठिन होता है।
(iv) तकनीकी पर निर्भरता होने से लोगों की उत्पादकता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
(v) इलेक्ट्रॉनिक सम्प्रेषण के उपकरणों को एक नियमित अन्तराल के बाद बदलने की आवश्यकता पड़ती है।
ई-सम्प्रेषण की उपरोक्त हानियाँ होने के बाद कोई भी व्यक्ति व्यवसाय, सामाजिक जीवन एवं यहाँ तक कि व्यक्तिगत जीवन में भी इसकी उपयोगिता को नहीं नकारा जा सकता।
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