बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषणसरल प्रश्नोत्तर समूह
|
5 पाठक हैं |
बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण
प्रश्न- सम्प्रेषण की अन्य बाधाएँ बताइये।
उत्तर -
(Other Barriers to Communication)
भाषागत, मनोवैज्ञानिक, अन्तर्वैयक्तिक, सांस्कृतिक, भौतिक एवं संगठनात्मक, बाधाओं के अलावा सम्प्रेषण की कुछ अन्य बाधाएँ निम्नलिखित हैं-
1. नियोजन की कमी (Lack of Planning) : यदि सम्प्रेषण को एक आकस्मिक कार्य माना जाता है, तो यह नियोजन की कमी है।
2. प्रास्थिति बाधा (Status Barrier) : यह सम्प्रेषण की बड़ी बाधा है। सहायक अपने से वरिष्ठ के लिए उपरिगामी सम्प्रेषण से डरते रहते हैं। वे इससे घबराते हैं।
3. सामाजिक-मनोवैज्ञानिक बाधा (Socio-psychological Barrier) : ये बाधाएँ अग्रवत् हैं -
(i) भावनायें:
(ii) अभिरुचियाँ एवं विचार;
(iii) प्रास्थिति के प्रति जागरूकता
(iv) सम्प्रेषण का स्रोत;
(v) गलत संवहन;
(vi) कम समय तक याद रखने की क्षमता; -
(vii) असावधानी;
(viii) अनैच्छिक या अवांछित सम्प्रेषण।
4. मार्ग में सूचना का विकृतिकरण या देरी या खोना : जब सूचना एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति - के क्रम में चलती हैं, ऐसा होने की संभावना होती है।
5. निर्णय हेतु अपर्याप्त समय (Insufficient Time for Decision) : सम्प्रेषण की प्रभावशीलता हेतु पर्याप्त समय होना आवश्यक है।
6. कम सुनाई देना (Low Hearing ) : इससे सम्प्रेषण में बहुत बड़ी बाधा आती है। इसका प्रमुख कारण यह है कि अधिकांशतः सूचनाग्रहीता अपने कार्य में अत्यन्त व्यस्त होता है। वह वक्ता में कोई रुचि नहीं रखता है।
7. प्रबन्ध वर्ग की बचावपूर्ण मुद्रा: यह सबसे बड़ी बाधा है। ऐसी दशा में कार्यकर्ता (Operatives) बचावपूर्ण मुद्रा को अपनाते हैं।
8. कम याददाश्त (Low Memory ) : मनुष्य की याददाश्त किसी सुनी हुई बात को हमेशा याद नहीं रख पाती। संदेश को समय-समय पर याद दिलाते रहना चाहिए।
9. लक्ष्य सम्बन्धी वैचारिक मतभेद : लक्ष्यों के अधिक फैले होने तथा विस्तृत एवं व्यापक रूप में होने की दशा में ऐसा होता है। इससे मतभेद पैदा होता है।
10. त्रुटिपूर्ण माध्यम का चयन (Selection of Wrong Medium) : प्रत्येक सम्प्रेषण को समुचित माध्यम से भेजा जाना चाहिए। अनुचित माध्यम का चयन सम्प्रेषण की बहुत बड़ी बाधा है।
11. अनावश्यक एवं अनौचित्यपूर्ण हस्तक्षेप: यदि सम्प्रेषण प्रक्रिया में अनावश्यक हस्तक्षेप होता है तो इस रूप में विकृति आती है, दुरुपयोग की संभावना रहती है तथा देरी भी होती है।
|