बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण
अध्याय - 3
सम्प्रेषण की बाधाएँ
(Barriers to Communication)
प्रश्न- सम्प्रेषण की प्रमुख बाधाएँ बताइये तथा उन्हें दूर करने के लिये सुझाव दीजिए।
अथवा
सम्प्रेषण में कौन सी सामान्य बाधाएँ ( समस्यायें) आती हैं?
अथवा
सम्प्रेषण की प्रमुख बाधायें बताइये।
अथवा
सम्प्रेषण के अवरोधक से आप क्या समझते हैं?
अथवा
सम्प्रेषण के प्रमुख अवरोधों को समझाइए। इन्हें किस प्रकार दूर किया जा सकता है?
अथवा
संचार के निम्नलिखित प्रकार के अवरोध समझाइये -
(a) सम्प्रेषण के भाषागत अवरोध
(b) सम्प्रेषण के मनोवैज्ञानिक अवरोध
(c) सम्प्रेषण के अन्तर्वैयक्तिक अवरोध
(d) सम्प्रेषण के सांस्कृतिक अवरोध
(e) सम्प्रेषण के भौतिक अवरोध
(f) सम्प्रेषण के संगठनात्मक अवरोध
(g) सम्प्रेषण के अन्य अवरोध
इस प्रश्न का उत्तर आगे दिये गये सम्बन्धित लघु उत्तरीय प्रश्नों के उत्तरों को मिलाने से पूरा होता है।
सम्बन्धित लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न- सम्प्रेषण में बाधा का आशय बताइए।
उत्तर -
(Meaning of Barriers in Communication)
प्रभावी सम्प्रेषण के मार्ग में बहुत-सी बाधाएँ रुकावटें या गतिरोध आते हैं। बहुत सी समस्याओं का कारण सम्प्रेषण में कुछ त्रुटियों का होना भी होता है। ये गतिरोध या बाधाएँ गम्भीर या कम गम्भीर प्रकृति के हो सकते हैं। सम्प्रेषण की बाधाओं को निम्न रूपों में जाना जाता है-
(i) सम्प्रेषण की रुकावट;
(ii) बुरा या गन्दा सम्प्रेषण; ;
(iii) अपूर्ण सम्प्रेषण;
(iv) सम्प्रेषण की विकृति
(v) सम्प्रेषण में गड़बड़ी आदि।
सम्प्रेषण में बाधाएँ अग्रांकित स्तरों पर उत्पन्न होती हैं -
(a) प्रेषक के स्तर पर - ये बाधाएँ इस प्रकार हैं-
1. संदेश तैयार करना एवं संगठन
2. अनुकूटन (Encoding)
(b) प्रेषिती के स्तर पर- प्रेषिती के स्तर पर बाधाएँ निम्न हैं-
1. संदेश पाना;
2. अवकूटन (Decoding)
3. विश्लेषण करना व समझना
(c) संदेश पहुँचाने के मार्ग में।
(d) प्रतिपुष्टि (Feedback) - स्तर पर।
सम्प्रेषण की बाधाओं के तीन प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं-
(अ) भौतिक प्रकार- भौतिक बाधाएँ निम्न हैं-
1. दूरी,
2. समय की अभावग्रस्तता,
3. शोरगुल तथा अशान्तपूर्ण वातावरण,
4. विकृतरूपता।
(ब) मनोवैज्ञानिक प्रकार :
मनोवैज्ञानिक प्रकार की बाधाएँ निम्न हैं-
(i) भावनाओं की विद्यमानता
(ii) मतभेदों की विद्यमानता,
(iii) सामाजिक मूल्य,
(iv) संगठन संरचना में प्रास्थिति।
(स) विशिष्ट भाषागत प्रकार ( Semantic ) : प्रेषिती का तकनीकी एवं व्यावसायिक शब्दों से अपरिचित होना।
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