बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण
प्रश्न- आरेखी सम्प्रेषण पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर -
(Diagonal or Crosswise Communication)
आरेखी सम्प्रेषण उन व्यक्तियों के मध्य होता है जो -
(i) न तो एक ही विभाग के होते हैं,
(ii) और न ही संगठनात्मक संरचना के एक ही स्तर पर होते हैं।
अर्थात् ऐसे व्यक्तियों के मध्य होने वाला सम्प्रेषण जिनके विभागों में अन्तर हो तथा संगठनात्मक संरचना का स्तर भिन्न हो, आरेखी सम्प्रेषण कहलाता है।
अन्य तथ्य (Other Factors) : ये इस प्रकार हो सकते हैं -
1. सूचना का क्षैतिज बहाव होना,
2. प्रत्यक्ष सम्बन्ध का अभाव,
3. मौखिक या लिखित होना,
4. सबसे कम प्रयोग।
प्रयोग (Uses) : जब सदस्य अन्य माध्यमों से प्रभावी सम्प्रेषण नहीं कर पाते तो इसको अपनाते हैं।
लाभ (Advantages) : इसके अग्राँकित लाभ हैं
(i) समय की बचत होना,
(ii) शीघ्रता होना,
(iii) उद्देश्यों को प्राप्त करने हेतु प्रयासों में सामंजस्य स्थापित करना।
दोष (Disadvantages ) : यह नियंत्रण के सिद्धान्त का उल्लंघन कर सकता है।
आरेखी सम्प्रेषण के रूप (Forms of Diagonal Communication) :
(अ) मौखिक (Oral) :
1. औपचारिक सभाएँ,
2. परियोजना संगठन सभाएँ,
3. अनौपचारिक सभाएँ,
4. सामूहिक बातचीत,
5. विभिन्न विभागों के एक रेखीय प्रबन्धकों के साथ सलाहकारी प्राधिकार सभाएँ, भोजनावकाश सभाएँ आदि।
(ब) लिखित (Written) :
1. कम्पनी पत्रिकाएँ,
2. कम्पनी समाचार पत्र एवं
3. बुलेटिन बोर्ड आदि।
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