बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण
प्रश्न- प्रबन्धकों के लिए सम्प्रेषण के महत्व के सन्दर्भ में विभिन्न विद्वानों का क्या विचार है? बताइए। सम्प्रेषण का क्षेत्र तथा अध्ययन की विषय-सामग्री बताइए।
उत्तर -
प्रबन्धकों हेतु सम्प्रेषण के महत्व के संदर्भ में विभिन्न विद्वानों के विचार
(Views of Various Scholars regarding the Significance of
Communication to Managers)
कूण्ट्ज एवं ओ डोनेल ( Koontz and O' Donnel) के शब्दों में, "अपने व्यापक अर्थों में उपक्रम में सम्प्रेषण का उद्देश्य परिवर्तन को लागू करना है।"
कीथ डेविस के शब्दों में, "सम्प्रेषण व्यवसाय के लिए उसी भाँति आवश्यक है जिस प्रकार मानव जीवन के लिए जीवन रक्त का बहाव आवश्यक होता है।'
थियो हैमेन के शब्दों में, "प्रबन्धकीय कार्यों की सफलता प्रभावी सम्प्रेषण पर निर्भर है।"
(Scope of Communication)
इसका क्षेत्र अति विस्तृत है। इसके अन्तर्गत कई कारक आते हैं। सम्प्रेषण अन्तर्सम्बन्धों के आदान-प्रदान की निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है। आन्तरिक सम्प्रेषण में सूचनाओं एवं सुझावों का आदान-प्रदान होता है। यह औपचारिक एवं अनौपचारिक हो सकता है।
सम्प्रेषण में कई विषयों का अध्ययन होता है। मॉर्टिन के स्टार ने सम्प्रेषण की निम्नलिखित शाखाओं को बताया है :
(i) गणित
(ii) मनोविज्ञान
(iii) भूगोल
(ix) कार्य विश्लेषण
(v) अंकेक्षण
(vi) भाषा
(vii) दर्शन
(iv) लेखांकन
(viii) प्रक्रिया विश्लेषण
सम्प्रेषण व्यवसाय तथा सेवा क्षेत्र हेतु अपरिहार्य है। चिकित्सा सेवा, नवीन अनुसन्धान, नवीनतम सूचनाओं के आदान-प्रदान पर निर्भर है।
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