शिक्षाशास्त्र >> ईजी नोट्स-2019 बी.एड. - I प्रश्नपत्र-4 वैकल्पिक पदार्थ विज्ञान शिक्षण ईजी नोट्स-2019 बी.एड. - I प्रश्नपत्र-4 वैकल्पिक पदार्थ विज्ञान शिक्षणईजी नोट्स
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बी.एड.-I प्रश्नपत्र-4 (वैकल्पिक) पदार्थ विज्ञान शिक्षण के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार हिन्दी माध्यम में सहायक-पुस्तक।
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पाठ्यक्रम अनुषंगी एवं सहायक वस्तुएँ
(Curriculum Accessories and Support Materials)
प्रश्न 1. जरनल और हैन्ड बुक से आप क्या समझते हैं? विज्ञान शिक्षण में इनकी उपयोगिता का वर्णन कीजिए।
अथवा
जरनल और हैन्ड बुक की परिभाषा देते हुए इनकी उपयोगिता का वर्णन कीजिए।
1. जरनल क्या है? स्पष्ट कीजिए।
2. हैन्ड बुक क्या है? स्पष्ट कीजिए।
3. हैन्ड बुक की उपयोगिता का वर्णन कीजिए।
उत्तर-जरनल
(Journals)
विज्ञान के क्षेत्र में जरनल का विशेष महत्व है। कुछ जरनल विज्ञान के क्षेत्र में कार्य कर रहे विभिन्न शैक्षिक, संगठनों एवं संस्थाओं द्वारा प्रकाशित किये जाते हैं, जिनमें विज्ञान से सम्बन्धित तथ्य, शोध, खोजों एवं अनेकों लेख प्रकाशित होते हैं। विद्यार्थियों को नवीनतम जानकारी प्राप्त करने के लिये जरनलों एवं पत्र-पत्रिकाओं की जरुरत पड़ती है। इन पत्र-पत्रिकाओं तथा जरनलों में नवीनतम ज्ञान एवं अधिक से अधिक सूचनाओं का बहुत बड़ा भण्डार होता है। इन पत्र-पत्रिकाओं और जरनलों से विभिन्न प्रकाशनों की किताबों के बारे में पता चल जाता है, तथा अध्यापकों और छात्रों से सम्बन्धित जानकारी उपलब्ध हो जाती है। ये पत्र-पत्रिकायें एवं जरनल एक विद्यार्थी को नन्हें वैज्ञानिक के रूप में अंकुरित कर उसे वैज्ञानिक बनने तक का काम करते हैं जिससे आगे चलकर उसकी गिनती विश्व के श्रेष्ठ वैज्ञानिकों में होती है। कुछ स्कूल-कॉलेजों के पुस्तकालयों में जरनलों एवं पत्र-पत्रिकाओं का अभाव होता है अर्थात् इनसे ज्यादा सम्बन्धित सामग्री नहीं मिलती हैं। इससे विद्यार्थी इन सारी वस्तुओं से अनजान रहते हैं। इस स्थिति में विज्ञान शिक्षकों को विद्यालय के किसी कक्ष में इस प्रकार की पत्र-पत्रिकाओं, जरनलों व अन्य प्रकार की सामग्री को ठीक से व्यवस्थित करना चाहिये जिससे विद्यार्थी अनजान न रहें। इस प्रकार के कक्ष में जिन पत्र-पत्रिकाओं, जरनलों आदि की व्यवस्था की जा सकती है उनकी सूची निम्नलिखित है -
भारतीय प्रकाशन (Indian Publication) - भारतीय प्रकाशनों में कुछ पत्र-पत्रिकाओं व जरनलों के नाम निम्नलिखित हैं -
क्र.सं. -पत्रिका या जरनल का नाम प्राप्ति स्थान
1. विज्ञान शिक्षक (पाक्षिक, अंग्रेजी) -आल इण्डिया साइंस टीचर्स
एसोसिएशन, दिल्ली
2. विज्ञान लोक (मासिक, हिन्दी) - मेहरा न्यूज पेपर्स, आगरा-2
3. विज्ञान प्रगति (मासिक, हिन्दी) - इंडियन प्रेस लिमिटेड, इलाहाबाद
4. साइंस टुडे (मासिक, अंग्रेजी)-दिल्ली
5. स्कूल साइंस (त्रैमासिक, अंग्रेजी) -NCERT, नई-दिल्ली
6. प्राइमरी टीचर (त्रैमासिक, अंग्रेजी) - NCERT, नई-दिल्ली-16
7. इन टू स्पेस (द्वि-मासिक, अंग्रेजी) - स्पेस एजूकेशन सैल, नवरंगपुर अहमदाबाद-9
विदेशी प्रकाशन (Foreign Publication)
विदेशी प्रकाशन में कुछ पत्र-पत्रिका ब जरनलस के नाम निम्नलिखित हैं-
1. साइंस टीचर (मासिक)-नेशनल साइंस टीचर्स एसोसिएशन
कनेक्टीकर एवेन्यू, वाशिंगटन
2. साइंस (साप्ताहिक)-अमेरिकन एसोसिएशन फॉर दी एडवान्स मेटर ऑफ साइंस, एच. स्ट्रीट, वाशिंगटन
3. सांइटिफिक अमेरिकन (मासिक) - मेडिसन एवेन्यू, 415, न्यूयार्क
4. साइंस इन द होम-पिटमैन एंड कम्पनी
5. वंडर्स ऑफ दी हयुमैन बॉडी - यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन, प्रैस
6. साइंस इन द सिटी-पिटमैन एंड कम्पनी
7. न्यू ट्रेंड्स इन बायोलॉजी टीचिंग - यूनेस्को
हैन्ड बुक्स या हस्त पुस्तिकाएँ
(Hand Books)
हैन्ड बुक्स या हस्त-पुस्तिकाओं से अभिप्राय अध्यापकों के द्वारा उपयोग हेतु हर समय तैयार इन पुस्तिकाओं से है, जिनके माध्यम से वह अपने विषय विशेष के शिक्षण-अधिगम उद्देश्यों की समुचित उपलब्धि हेतु पाठ्य तथा सह-पाठ्य क्रियाओं का वांछित नियोजन, संगठन क्रियान्वयन तथा मूल्यांकन करने में अपेक्षित सफलता प्राप्त करता रहता है। अध्यापकों द्वारा अपनी इन हस्त-पुस्तिकाओं में प्रायः निम्न बातों को नोट करके रखा जाता है-
(i) विषय विशेष (जिनका उनके द्वारा शिक्षण होना है) के लिए विभिन्न विद्यालय स्तर तथा कक्षाओं का निर्धारण पाठ्यक्रम/सिलेबस।
(ii) निर्धारित पाठ्यक्रम सिलेबस में सम्बन्धित प्रकरण, विषय-वस्तु, अधिगम अनुभवों आदि का सत्रीय/मासिक/दैनिक विभाजन एवं नियोजन।
(iii) कक्षा शिक्षण के दौरान जिस विषय वस्तु का शिक्षण किया जाना है उसका विधिवत् शिक्षण शास्त्रीय विश्लेषण (Pedagogical analysis)।
(iv) दैनिक पाठों की विषय-वस्तु के शिक्षण हेतु अपनाई जाने वाली विशिष्ट विधियाँ, तकनीकें, युक्तियाँ तथा शिक्षण सामग्री का ब्यौरा।
(v) विषय विशेष के पाठ्यक्रम का क्रियान्वयन (Implementation) करने हेतु अध्यापक द्वारा कक्षा शिक्षण, प्रयोगशाला, कार्यशाला और अन्य कार्य स्थलों पर किये जाने वाले प्रयासों का सूक्ष्म विवरण तथा महत्त्वपूर्ण दिशा-निर्देश आदि।
(vi) अध्यापक द्वारा किये जाने वाले कक्षा प्रदर्शन कार्य, प्रयोगशाला कार्य आदि के बारे में आवश्यक सूक्ष्म जानकारी तथा महत्त्वपूर्ण दिशा-निर्देश आदि।
(vii) विद्यार्थियों से कराये जाने वाले प्रयोगात्मक कार्यों एवं क्रियात्मक कार्यों के बारे में नियोजन, क्रियान्वयन सम्बन्धी कुछ महत्त्वपूर्ण निर्णय तथा दिशा-निर्देश आदि।
(viii) विद्यार्थियों द्वारा किये जाने वाले प्रयोगशाला, क्रियात्मक एवं प्रोजेक्ट कार्यों के प्रभावपूर्ण निरीक्षण हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश।
(ix) विद्यार्थियों को दिये जाने वाले अधिन्यास एवं गृहकार्य के बारे में आवश्यक विवरण तथा दिशा-निर्देश।
(x) विद्यार्थियों के ज्ञानात्मक, भावात्मक तथा क्रियात्मक व्यवहार क्षेत्रों में होने वाले परिवर्तनों के उचित मूल्यांकन हेतु मूल्यांकन तकनीकों एवं प्रविधियों का आवश्यक विवरण।
(xi) विद्यार्थियों की अधिगम कठिनाइयों तथा उनके पिछड़ेपन, सृजनात्मकता, प्रतिभाशीलता आदि से सम्बन्धित विशेष जानकारी का आवश्यक लेखा-जोखा।
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