शिक्षाशास्त्र >> ईजी नोट्स-2019 बी.एड. - I प्रश्नपत्र-4 वैकल्पिक पदार्थ विज्ञान शिक्षण ईजी नोट्स-2019 बी.एड. - I प्रश्नपत्र-4 वैकल्पिक पदार्थ विज्ञान शिक्षणईजी नोट्स
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बी.एड.-I प्रश्नपत्र-4 (वैकल्पिक) पदार्थ विज्ञान शिक्षण के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार हिन्दी माध्यम में सहायक-पुस्तक।
प्रश्न 6. रसायन विज्ञान में प्रयोगशाला का महत्व बताइए।
उत्तर-रसायन विज्ञान प्रयोगशाला का महत्त्व
रसायन विज्ञान शिक्षण के लिए प्रयोगात्मक क्रियाओं का बहुत महत्त्व होता है
क्योंकि ये विषय जिसमें रसायन विज्ञान भी सम्मिलित है, इस प्रकार के हैं जिनमें
विज्ञान में कठिन तथ्य तथा सिद्धान्त प्रयोगों द्वारा ही अच्छी तरह समझ में आते
हैं। इसका यह भी कारण है कि बालक प्रयोगशाला में करके सीखते हैं और सीखे हुए
ज्ञान का उनके मन पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। डॉ. कोठारी ने ठीक ही कहा था कि
"विज्ञान को सीखना विज्ञान को करना है" अर्थात् विज्ञान में प्रयोगात्मक कार्य
से बालकों को लाभ होता है तथा किसी सिद्धान्त की सत्यता की जांच हो जाती है
उसमें प्रयोगात्मक कार्य से साधन-सम्पन्नता (Resourcefulness) तथा सहयोग की
भावना जागृति होती है और उत्साह पैदा होता है। रसायन विज्ञान 'के छात्र अन्य
छात्रों के साथ प्रयोगशाला में काफी समय तक कार्य करते हुए स्वयं क्रियाशील
रहते हैं तथा किसी सिद्धान्त के प्रयोगात्मक प्रमाण को मालूम करने के लिए
उत्सुक रहते हैं। विभिन्न अम्लों की प्रकृति एवं स्वभाव का मापन रसायन विज्ञान
की प्रयोगशाला में स्वयं प्रयोग द्वारा भी सत्य एवं यथार्थ ज्ञान प्राप्त करने
में प्रयोगशाला का विशेष महत्त्व होता है। संक्षेप में रसायन विज्ञान
प्रयोगशाला का निम्न प्रकार महत्त्व है-
(1) रसायन विज्ञान की आवश्यकता वैज्ञानिक सामग्री एवं उपकरणों को जो प्रयोग एवं
निरीक्षण करने के काम आते हैं, सुरक्षित रखा जा सकता है।
(2) प्रयोगशाला में सामान एक ही स्थान पर उचित विभाजन और क्रम के अनुसार रखा
जाता है जब किसी वस्तु की आवश्यकता हो तुरन्त मिल जाती है, इससे समय की बहुत
बचत होती है।
(3) रसायन विज्ञान के अध्ययन के लिए उचित वातावरण तैयार करने में भी प्रयोगशाला
का विशेष महत्त्व है। विभिन्न प्रकार की वैज्ञानिक सामग्री एवं उपकरणों को
देखकर विद्यार्थियों में जिज्ञासा उत्पन्न होती है और वे उनका प्रयोग करने तथा
देखने में विशेष आनन्द का अनुभव करते हैं।
(4) विद्यार्थियों में वैज्ञानिक ढंग से ज्ञान ग्रहण करने और उनके दृष्टिकोण को
वैज्ञानिक बनाने में भी प्रयोगशाला से बहुत सहायता मिलती है।
(5) प्रयोगशाला में सामूहिक रूप से कार्य करने से छात्रों में सामाजिक
दृष्टिकोण का उचित विकास होता है।
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